Sunday, September 14, 2025
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उत्तराखंड में विकास की नई गति: हरिद्वार कॉरिडोर, ऋषिकेश मास्टर प्लान और शारदा रिवर फ्रंट पर तेज़ी से कार्य प्रारंभ

उत्तराखंड में विकास की नई गति: हरिद्वार कॉरिडोर, ऋषिकेश मास्टर प्लान और शारदा रिवर फ्रंट पर तेज़ी से कार्य प्रारंभ New momentum for development in Uttarakhand: Rapid commencement of work on Haridwar Corridor, Rishikesh Master Plan, and Sharda River Front.

देहरादून, 14 मई 2025 मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में हरिद्वार कॉरिडोर, ऋषिकेश मास्टर प्लान और शारदा रिवर फ्रंट विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा हेतु उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में उत्तराखंड निवेश एवं अवसंरचना विकास बोर्ड (UIIDB) द्वारा इन तीनों परियोजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया।

हरिद्वार कॉरिडोर: आस्था और आधुनिकता का संतुलन

मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि हरिद्वार कॉरिडोर के अंतर्गत सभी परियोजनाओं की प्राथमिकता तय की जाए और जो कार्य शीघ्र क्रियान्वयन योग्य हैं, उन्हें तुरंत धरातल पर उतारा जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि हरिद्वार की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान से कोई समझौता न हो।

उन्होंने ब्रह्मकुंड और महिला घाट के विस्तार तथा सती कुंड के ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित रखते हुए उसके पुनर्विकास की योजना पर बल दिया। मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण में यह ध्यान रखने को कहा कि गंगा दर्शन बाधित न हो। जिन परियोजनाओं की डीपीआर तैयार हो चुकी है, उन पर तत्काल कार्य शुरू करने के निर्देश भी दिए गए।

शारदा रिवर फ्रंट: टूरिज्म और ईको-डेवलपमेंट का संगम

चंपावत जिले में शारदा रिवर फ्रंट के तहत प्रस्तावित परियोजनाओं की प्राथमिकता तय करने और स्थानीय जिलाधिकारी की अनुशंसाओं को सम्मिलित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, योजना में हेलीपैड और हेलीपोर्ट का प्रावधान रखने, वन भूमि में ईको टूरिज्म गतिविधियों को शामिल करने और कार्यों को विभागीय दायित्व अनुसार वितरित करने पर जोर दिया गया।

ऋषिकेश मास्टर प्लान: तीर्थनगरी के कायाकल्प की तैयारी

मुख्य सचिव ने ऋषिकेश मास्टर प्लान के तहत मोबिलिटी प्लान, पुराने रेलवे स्टेशन क्षेत्र का पुनर्विकास और चंद्रभागा नदी के पुनर्जीवन हेतु हाइड्रोलॉजिकल सर्वे कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि योजनाएं समग्र और व्यवहारिक हों तथा भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई जाएं।

दृष्टिकोण और उद्देश्य

मुख्य सचिव ने कहा कि तीनों प्रमुख परियोजनाएं—हरिद्वार कॉरिडोर, शारदा रिवर फ्रंट और ऋषिकेश मास्टर प्लान—राज्य के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय परिदृश्य को समृद्ध करने के साथ-साथ पर्यटन, स्थानीय रोजगार और कनेक्टिविटी को भी नया आयाम देंगी।इस बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नितेश कुमार झा, सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, डॉ. वी. षणमुगम, मुख्य वन संरक्षक पी.के. पात्रो सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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