चारधाम यात्रा 2025 : 2 मई से केदारनाथ यात्रा में शटल सेवा होगी और अधिक व्यवस्थित, टैक्सी-मैक्सी चालकों के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य देहरादून, उत्तराखंड — चारधाम यात्रा 2025 इस वर्ष 30 अप्रैल से आरंभ हो रही है, जिसे लेकर शासन और प्रशासन द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। विशेष रूप से केदारनाथ यात्रा के सुचारु संचालन के लिए परिवहन विभाग ने इस बार शटल सेवा को अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाने की योजना तैयार कर ली है।
2 मई से केदारनाथ यात्रा में नई व्यवस्था लागू
2 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा के अंतर्गत सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक चलने वाली शटल सेवा के संचालन में सुधार किया गया है। इस बार सभी टैक्सी और मैक्सी चालकों के लिए “ग्रीन कार्ड” अनिवार्य कर दिया गया है। बिना ग्रीन कार्ड के किसी भी वाहन का पंजीकरण नहीं होगा और वे शटल सेवा का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।
वाहनों का रोटेशन से संचालन
परिवहन विभाग ने जिले की सभी टैक्सी-मैक्सी यूनियनों से संबंधित वाहनों की जानकारी एकत्रित करनी शुरू कर दी है। इन वाहनों का संचालन रोटेशन प्रणाली के तहत किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक स्थानीय वाहन चालकों को रोजगार का अवसर मिल सके। यात्रा के पहले चरण में यह रोटेशन एक-एक सप्ताह के अंतराल पर लागू किया जाएगा।
50 रुपये प्रति सवारी तय किया गया किराया
यात्रियों के लिए शटल सेवा का एकतरफा किराया 50 रुपये निर्धारित किया गया है। इससे न केवल पारदर्शिता बनी रहेगी, बल्कि अधिकतम यात्रियों को संतुलित और सुगम सेवा भी प्राप्त होगी।
स्थानीय लोगों की परेशानी दूर करने की दिशा में कदम
पिछले वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान बाहरी गाड़ियों की अधिकता के कारण स्थानीय यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने इस दिशा में विशेष ध्यान दिया है। यात्रा मार्गों पर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों पर पुलिस की विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि अव्यवस्था को रोका जा सके और स्थानीय लोगों की समस्याएं न बढ़ें।
ADTO का बयान
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ADTO) कुलवंत सिंह चौहान ने बताया कि शटल सेवा को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए सभी यूनियनों से सहयोग लिया जा रहा है और नियमानुसार ग्रीन कार्ड व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाएगा।