शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा में विधि-विधान से पूजा अर्चना के बाद पतित पावनी माँ गंगा की उत्सव डोली श्री गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान कर गई है। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर शुभ मूहर्त में श्री गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। धाम के खुलने पर उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहेंगे बुधवार को मॉर्निंग करीब 9 बजे धामी माँ गंगा की आरती में भाग लेने के बाद गंगोत्री धाम में कपाट खुलने के अवसर पर पूजा अर्चना करेंगे देहरादून से मुख्यमंत्री धामी यात्रा शुरू होने पर तैयारी को परख कर देखने साथ ही तीर्थ यात्रियों से यात्रा धाम का फीडबैक लेंगे मुख्यमंत्री आगमन को लेकर सुरक्षा में जुटे पुलिस महकमे ने मंगलवार देर रात तक अपनी तैयारी को अंतिम रूप दिया
चारधाम यात्रा का शुभारंभ अक्षय तृतीया पर, मुख्यमंत्री धामी रहेंगे उपस्थित
अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर बुधवार को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत रूप से खुलेंगे, जिससे चारधाम यात्रा का शुभारंभ होगा। इस शुभ घड़ी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं गंगोत्री धाम में उपस्थित रहेंगे। बुधवार सुबह लगभग 9बजे वे माँ गंगा की आरती में भाग लेंगे, इसके उपरांत कपाट उद्घाटन के अवसर पर पूजा-अर्चना करेंगे।
मुख्यमंत्री धामी देहरादून से यात्रा शुरू करते हुए व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे और तीर्थयात्रियों से यात्रा अनुभव और फीडबैक भी लेंगे। उनके आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा तैयारियों को मंगलवार देर रात तक अंतिम रूप दे दिया।
माँ गंगा की विग्रह डोली मंगलवार को अभिजीत मुहूर्त (पूर्वाह्न 11:57 बजे) में मुखबा गांव से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई, जो रात को भैरो घाटी में विश्राम करेगी। बुधवार सुबह डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी, जहाँ 10:30 बजे विधिपूर्वक मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
इसी प्रकार, माँ यमुना की डोली बुधवार सुबह 8:30 बजे उनके शीतकालीन निवास खरसाली गांव से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी। वहाँ पहुँचकर स्नान आदि धार्मिक क्रियाओं के बाद 11:55 बजे मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम
चारधाम यात्रा मार्ग को बेहतर नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था हेतु 15 सुपर ज़ोन, 41 ज़ोन और 217 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। पूरे मार्ग पर 624 सीसीटीवी कैमरे सक्रिय किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के तहत 9 एएसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। इस वर्ष विशेष रूप से 10 कंपनियों अर्द्धसैनिक बलों की माँग केंद्र सरकार से की गई है।
यात्रा के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन के लिए इस बार तीन स्तरों—प्लान A, B और C—के तहत व्यवस्था बनाई गई है। भीड़ और अत्यधिक भीड़ की स्थिति में वैकल्पिक मार्गों को चिन्हित कर उन पर भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं।