Saturday, September 13, 2025
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आदि कैलाश में स्थित शिव-पार्वती मंदिर के कपाट दो मई को खुलेंगे

कुमाऊं मंडल में स्थित खास आदि कैलाश, जो अपने शिव-पार्वती मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, में कपाट खुलने से पहले ही श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्थल का दौरा कर इसे प्रमोट करने का प्रयास किया, और इस स्थान पर आने वाले यात्रियों की बढ़ती उत्सुकता इस बात का संकेत है कि यहां पर्यटन में वृद्धि होगी।

धारचूला के व्यास घाटी में स्थित आदि कैलाश के शिव-पार्वती मंदिर के कपाट 2 मई को खोले जाएंगे। इस अवसर पर प्रशासन मई के पहले सप्ताह से यात्रियों के लिए इनर लाइन पास जारी करेगा।

आदि कैलाश विकास समिति के अध्यक्ष पुनीत सिंह कुटियाल ने बताया कि ग्राम कुटी में स्थित ज्योलिंगकांग (14500 फुट) के समीप स्थित आदि कैलाश के मंदिर के कपाट खोलने के लिए सहमति प्राप्त हो गई है। कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु आदि कैलाश, ओम पर्वत, शिव-पार्वती मंदिर, पार्वती सरोवर और गौरी कुंड के दर्शन कर सकेंगे।

मंदिर के पुजारियों गोपाल सिंह कुटियाल और वीरेंद्र सिंह कुटियाल ने बताया कि बीआरओ की 65 आरसीसी ग्रिफ ने गुंजी, नाबी, कुटी आदि कैलाश सड़क से बर्फ हटा दी है, जिससे क्षेत्र में आवाजाही संभव हो गई है। कुटी के ग्रामीण 20 मई से प्रवास शुरू करेंगे और इस दौरान सुरक्षा कर्मी और कुमाऊं मंडल विकास निगम के कर्मचारी क्षेत्र में पहुंचेंगे। एसडीएम मंजीत सिंह ने बताया कि मई पहले सप्ताह से इनर लाइन परमिट जारी किए जाएंगे, और श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन की ओर से निर्धारित तिथियों के बाद ही पर्यटकों की बुकिंग लें।

आदि कैलाश विकास समिति के अध्यक्ष पुनीत सिंह कुटियाल ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता बनाए रखें और पर्यावरण का विशेष ध्यान रखें।

प्रधानमंत्री मोदी के बाद बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 12 अक्टूबर 2023 को आदि कैलाश दर्शन के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। पिछले वर्ष करीब 31,000 श्रद्धालुओं ने आदि कैलाश और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन किए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी 21 जून 2023 को योग दिवस आदि कैलाश में मनाया था, जबकि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी भी ओम पर्वत और आदि कैलाश के दर्शन कर चुके हैं।

व्यवस्थाएं देखने गई अधिकारियों की टीम
आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शन के लिए अप्रैल के अंतिम सप्ताह से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। इसको लेकर प्रशासन की ओर से यात्री सुविधाओं के लिए बेहतर सड़क मार्ग, ठहरने की व्यवस्था, और अन्य जरूरी प्रबंध किए जाएंगे। इस संबंध में शुक्रवार को एडीएम योगेंद्र सिंह, धारचूला के एसडीएम मंजीत सिंह और अन्य विभागीय अधिकारियों की एक टीम व्यास घाटी का दौरा करने के लिए रवाना हुई। टीम लौटने के बाद सड़क मार्ग की स्थिति और उपलब्ध संसाधनों की जानकारी जिलाधिकारी को प्रदान करेगी।

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