Saturday, September 13, 2025
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जीरो टॉलरेंस नीति: दूबे पकड़े अब मिश्रा, रडार में बड़ी मछलियाँ


देहरादून उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के चलते बड़े अफसरों पर घूस खोरी मामलो में बड़ी कारवाही जारी है पिछले दो सालो में धामी सरकार बड़े अफसरों से लेकर दागी अफसरों को जेल की हवा खिला चुकी है लेकिन अफसरों को धामी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का खौफ नज़र नहीं आता देखा जा रहा है अब ऐसे अफसरों पर धामी सरकार बड़ी कारवाही करती देखी जा रही है धामी सरकार में दूसरे बड़े अफसर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में कई बड़े अफसरों पर धामी सरकार का डंडा चलता हुआ देखा जा रह है जबकि अभी कई अफसरों पर विजिलेंस की ट्रैपिंग रडार देखने को मिल सकती है।

पहले देहरादून में अस्टिस्टेंट कमिश्नर दुबे को 70000 की रिश्वत लेते पकड़ा गया तो अब उधम सिंह नगर में आबकारी जिला अधिकारी मिश्रा जी इतनी ही रकम के साथ विजिलेंस ने पकड़े है जिला आबकारी अधिकारी मिश्रा रुद्रपुर में शराब कारोबारी से रकम मांग रहे थे जो विजिलेंस की ट्रैपिंग में पकड़े है दूसरे मामले के समाने आने के बाद प्रदेश में अफसरों का ऐसा गैंग में हड़कंप मचा हुआ है जो राज्य में धामी सरकार की छवि को धूमिल करने का सपना सजाये बैठे थे लेकिन अब धामी सरकार राज्य में घूस खोर अफसरों पर कारवाही होती देखी जा रही है।

क्या था पूरा मामला और आबकारी अफसर कैसे आया ट्रैप में ये भी बड़ी रोचक कहानी है शराब कारोबारी खटीमा में अपना कारोबार करता है मंगलवार को सतर्कता अधिष्ठान के पुलिस उपाधीक्षक अनिल मनराल के पर्यवेक्षण में टीम रुद्रपुर पहुंची। यहां टीम ने जिला आबकारी अधिकारी जी-8 प्रकाश सिटी काशीपुर निवासी अशोक कुमार मिश्रा को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते कार्यालय से रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।

सीओ मनराल ने बताया कि खटीमा के देसी मदिरा की दुकान स्वामी ने साल 2023-24 में आवंटित दुकान का इस साल नवीनीकरण कराया। वर्ष 2023-24 में दुकान स्वामी की ओर से पूरा अधिभार जमा करा दिया गया था। पिछले वर्ष में जमा अधिभार का 10,21,417 रुपये का माल वह नहीं ले पाया था। आरोप है कि इस माल को लेने के लिए उसने जिला आबकारी अधिकारी मिश्रा से मांग की। इस पर मिश्रा ने अधिभार के 10 प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत मांगी। इस पर उसने विजिलेंस में शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की।

सतर्कता निदेशक डॉ. मुरूगेशन ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चल रहा है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगने पर विजिलेंस के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर-1064 या व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

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