विषकन्याएं, हनी ट्रैप और पॉलिटिकल ब्लैकमेलिंग — एक कड़वा सच? (Opinion)
हाई-प्रोफाइल हनी ट्रैप और पॉलिटिकल ब्लैकमेलिंग का खेल आज भी जारी है। यह किसी एक राज्य तक सीमित नहीं, बल्कि लगभग हर राजनीतिक सिस्टम में ऐसे नेटवर्क मिल जाते हैं, जिनका असली काम अफसरों और प्रभावशाली लोगों को फँसाकर वीडियो के ज़रिये ब्लैकमेल करना होता है।
चर्चा यह भी है कि बड़े राजनीतिक केंद्रों में यह तंत्र ज़्यादा संगठित रूप में सक्रिय रहता है। उत्तराखंड में भी ऐसे कई चेहरे चर्चा में रहे हैं, जो कभी साधारण पृष्ठभूमि से आए और आज ऐशो-आराम की ज़िंदगी जी रहे हैं—कैसे, यह सवाल सिस्टम पर उठता है।
सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं में यहाँ तक कहा जा रहा है कि तथाकथित “सेक्स स्कैंडल” कंटेंट के पीछे कौन लोग हैं, और कहीं यह सब राज्य की छवि को नुकसान पहुँचाने की साज़िश तो नहीं?
राजनीतिक गलियारों में यह बहस अब खुले तौर पर चटकारों के साथ चल रही है।


