बेकाबू आग पर फायर सीऍम धामी

बेकाबू आग पर फायर सीऍम धामी

उत्तराखंड के जंगल जल रहे है हर साल करोड़ो की वन सम्पदा आग में जलकर खत्म हो जाती है लेकिन अफसरों की टीम लापरवाही करते हुए बाज नहीं आती जिसके चलते फारेस्ट की आग नगरीय इलाको में पहुंच रही है उत्तराखंड में आग की घटना को लेकर पहले ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आग लगाने वाले ऐसे लोगो के खिलाफ कारवाही किये जाने के निर्देश दे चुके है जो जान बूझ कर जंगलो में आग लगाते है

उत्तराखंड के जंगलो में विभाग हर साल फुकान करता देखा गया है लेकिन कर्मी फुकान सिर्फ खाना पूर्ति के रूप में करते देखे गए है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभाग में फुकान के लिए जिनकी ड्यूटी होती है वो फुकान ना करके आराम फरमाते है विभाग अगर इस पहलू पर जांच करे तो पता चलेगा जितनी जगह आग की घटना हुई है यहाँ इतने एरिया में फुकान किया गया है

शुक्रवार को देहरादून में पास डोईवाला मार्ग पर बड़कली एरिया में आग इतनी भीषण थी जो देर रात तक रही लेकिन यहाँ पर विभाग की टीम आग को बुझाये जाने के लिए कोई खास पहल करती नज़र नहीं आई और आग रात भर वन सम्पदा को जलाती देखी गयी है लापरवाह अफसरों पर बड़ी कारवाही किये जाने के संकेत मिल रहे है शनिवार को दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग की समीक्षा मीटिंग बुलाई है जिसमे मुख्यमंत्री ऑनलाइन माध्यम से समीक्षा करेंगे

उत्तराखंड में शुक्रवार को जंगलों की आग और भड़क गई। 24 घंटे के भीतर वनाग्नि की 64 घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, सोमेश्वर के स्यूनराकोट के जंगल में लगी आग दो नेपाली परिवारों पर भारी पड़ी है। जंगल की आग की चपेट में आने से एक श्रमिक की बृहस्पतिवार को मौके पर ही मौत हो गई थी।

दूसरे श्रमिक ने बृहस्पतिवार देर रात बेस अस्पताल में तो महिला श्रमिक ने हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में दम तोड़ दिया है। एक और महिला श्रमिक का हल्द्वानी में इलाज चल रहा है। अब शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वनाग्नि रोकथाम को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।