Tuesday, October 28, 2025
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प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति का वैभव चारों ओर नज़र आ रहा है – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति का वैभव चारों ओर नज़र आ रहा है – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को पूर्वांचल सेवा समिति द्वारा संजय रेलवे पार्क, खटीमा में आयोजित सूर्य षष्ठी व्रत महोत्सव (छठ पूजा) कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व हमारी सनातन संस्कृति की उस उज्ज्वल परंपरा का प्रतीक है, जिसमें आस्था, अनुशासन, तपस्या और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का अद्भुत संगम दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों और पारिवारिक संस्कारों का पर्व है, जो पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति के महत्व का संदेश देता है।

उन्होंने कहा कि यह अनूठा पर्व उगते सूर्य के साथ ढलते सूर्य को भी अर्घ्य अर्पित करने की परंपरा के कारण विशेष है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक, आज पूरा देश श्रद्धा और भक्ति के साथ छठ महापर्व मना रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत के विकास के साथ-साथ सनातन संस्कृति का वैभव चारों ओर नज़र आ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर देवभूमि उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि खटीमा उनका घर है, और यह क्षेत्र उनके लिए परिवार की तरह है। यहां से उन्होंने जनसेवा की यात्रा प्रारंभ की थी। उन्होंने कहा कि खटीमा में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क, औद्योगिक विकास और खेल सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए अनेक कार्य किए गए हैं — जिनमें हाईटेक बस स्टेशन, आधुनिक आईटीआई, पॉलीटेक्निक कॉलेज, 100 बेड का अस्पताल परिसर और राष्ट्रीय स्तर का खेल स्टेडियम शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि खटीमा क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए गदरपुर और खटीमा बाईपास, नौसर में पुल निर्माण और सड़क नेटवर्क का विस्तार किया गया है। हाल ही में खटीमा और टनकपुर के बीच सैन्य स्मारक बनाने की भी घोषणा की गई है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने समान नागरिक संहिता कानून, नकल विरोधी कानून, दंगारोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। लैंड जिहाद, लव जिहाद और अवैध निर्माणों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है, जिसके तहत नौ हजार एकड़ भूमि मुक्त कराई गई और सैकड़ों अवैध ढांचे सील किए गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत पिछले चार वर्षों में 200 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लक्ष्य की ओर दृढ़ता से बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि छठी मैया और भगवान सूर्य नारायण के आशीर्वाद से देवभूमि उत्तराखंड नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अजय मौर्य, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, दर्जा मंत्री फरजाना बेगम, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, डीएम नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, सीडीओ दिवेश शाशनी, एडीएम कौस्तुभ मिश्रा, एसपी सिटी डॉ. उत्तम सिंह नेगी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

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नारायण परगाई – उत्तराखंड के डिजिटल पत्रकारिता के अग्रदूतपूरा नाम: नारायण परगाई जन्म स्थान: देहरादून, उत्तराखंड पेशा: वरिष्ठ पत्रकार, डिजिटल मीडिया विशेषज्ञ, सामाजिक विश्लेषक प्रसिद्धि: उत्तराखंड के पहले डिजिटल न्यूज़ पोर्टल के संस्थापक, सोशल मीडिया पत्रकारिता के जनकपरिचयनारायण परगाई उत्तराखंड की पत्रकारिता जगत का एक जाना-पहचाना नाम हैं। देहरादून से आने वाले इस वरिष्ठ पत्रकार ने राज्य में डिजिटल पत्रकारिता की नींव रखने का कार्य किया। वे उन पहले पत्रकारों में शामिल हैं जिन्होंने समाचार को प्रिंट और टीवी की सीमाओं से बाहर निकालकर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया। इस दिशा में उन्होंने उत्तराखंड का पहला डिजिटल न्यूज़ पोर्टल शुरू किया, जिसने राज्य में ऑनलाइन खबरों की परंपरा को जन्म दिया।पत्रकारिता में योगदाननारायण परगाई जी को अक्सर “सोशल मीडिया का जनक” कहा जाता है क्योंकि उन्होंने न केवल सोशल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से समाचारों का प्रसार किया, बल्कि आम जनता को सूचना और संवाद के नए युग से जोड़ा। उनकी रिपोर्टिंग शैली तथ्यपरक, सामाजिक सरोकारों से जुड़ी और तकनीकी दृष्टि से आधुनिक मानी जाती है।उन्होंने समय-समय पर उत्तराखंड के सामाजिक, राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर बेबाक लेखन किया है। उनके सुझाव और विश्लेषण न केवल पत्रकारों बल्कि सरकारी विभागों के लिए भी मार्गदर्शक सिद्ध होते हैं।नवाचार और तकनीकी दृष्टिनारायण परगाई जी नए विचारों और तकनीकी रुझानों को अपनाने के लिए जाने जाते हैं। वे निरंतर डिजिटल मीडिया, सोशल नेटवर्किंग, और नई पत्रकारिता तकनीकों पर कार्य कर रहे हैं। नई जानकारी, जनहितकारी विषयों और शासन-प्रशासन से जुड़ी खबरों को आधुनिक प्रस्तुति देने में उनकी विशेष पहचान है।प्रभाव और प्रेरणादेहरादून और पूरे उत्तराखंड में पत्रकारिता से जुड़े युवा नारायण परगाई को प्रेरणा स्रोत मानते हैं। उनकी कार्यशैली में ईमानदारी, तत्परता और नवीनता का समावेश है। वे मानते हैं कि “समाचार सिर्फ खबर नहीं, समाज को जोड़ने का माध्यम है।”उपलब्धियाँ और सम्मानउत्तराखंड में पहला डिजिटल न्यूज़ पोर्टल शुरू करने वाले पत्रकारसोशल मीडिया आधारित पत्रकारिता को मुख्यधारा में लाने का श्रेयकई समाचार संस्थानों व सामाजिक संगठनों द्वारा पत्रकारिता में नवाचार हेतु सम्मानितराज्य में डिजिटल जागरूकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिकानिष्कर्षनारायण परगाई न सिर्फ एक पत्रकार हैं, बल्कि उत्तराखंड में डिजिटल सोच और मीडिया क्रांति के प्रतीक हैं। उनकी पहल ने यह साबित किया कि सच्ची पत्रकारिता समय के साथ बदल सकती है, लेकिन उसका उद्देश्य हमेशा एक ही रहता है —“सत्य को समाज तक पहुँचाना।”
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