लॉरेंस बिश्नोई के नाम से रंगदारी मांगने मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
रुड़की: हरिद्वार जिले की कलियर थाना पुलिस और सीआईयू टीम ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. दरअसल आरोपी ने विदेश में रह रहे एक दोस्त से लॉरेंस बिश्नोई के नाम से रंगदारी मांगी गई थी. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद उसके अन्य साथी की तलाश भी शुरू कर दी है.
दोस्त से लॉरेंस बिश्नोई के नाम से मांगी रंगदारी: दरअसल, पिरान कलियर थाना क्षेत्र के धनौरी गांव निवासी रवि कुमार पुत्र रविंद्र कुमार द्वारा पुलिस को तहरीर देकर बताया गया था कि 30 अक्टूबर के दिन उनके मोबाइल पर एक धमकी भरी कॉल आई और कॉल करने वाले व्यक्ति ने उनसे 30 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में केस दर्ज करते हुए उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल द्वारा मामले की सत्यता और घटना के खुलासे के लिए अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया.
पुलिस की जांच में ये हुआ ये खुलासा: इसके बाद पिरान कलियर थाना पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम को प्रकाश में आए मोबाइल नंबर का संबंध ग्राम किलोई थाना सदर जिला रोहतक हरियाणा पाया गया. इसके बाद पुलिस टीम द्वारा जांच पड़ताल करने पर जानकारी मिली कि अजय हुड्डा जो आर्मेनिया में नौकरी करने गया है. उसको उसके साथी आशीष सैनी निवासी मूलदासपुर माजरा थाना बहादराबाद द्वारा वादी और वादी के भाई का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए गए थे. जिसपर अजय हुड्डा ने आर्मेनिया से धमकी भरी कॉल की थी, जिस पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी आशीष सैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है, हालांकि अजय हुड्डा अभी फरार चल रहा है.
एसएसपी ने क्या कहा: मामले में हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने घटना का खुलासा करनते हुए बताया कि रंगदारी मांगने के मामले में आशीष सैनी (उम्र 36 वर्ष) पुत्र धनीराम सैनी निवासी मूलदासपुर माजरा थाना बहादराबाद को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के अन्य साथी अजय हुड्डा पुत्र सुरेश निवासी ग्राम किलोई थाना सदर जिला रोहतक हरियाणा की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपी ने मोटी कमाई करने के चक्कर में आर्मेनिया में बैठे साथी के साथ प्लान बनाकर वादी को कॉल कर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी.



