एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और हल्द्वानी पुलिस ने लाखों की चरस के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया.
हल्द्वानी: पहाड़ी जनपदों से चरस खरीद कर मैदानी क्षेत्रों में ऊंचे दाम पर बेचने आए एक तस्कर को उत्तराखंड एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से 2 किलो से अधिक चरस बरामद हुई है. बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय कीमत 12 लाख रुपए आंकी जा रही है. आरोपी के खिलाफ हल्द्वानी पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है. पुलिस तस्कर के तार खंगाल रही है. आरोपी पहले भी तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है और जमानत पर बाहर आया था.
मैदानी क्षेत्रों में ऊंचे दामों पर बेचता था तस्कर: गौर हो कि उत्तराखंड में नशा तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है. मोटी कमाई के चक्कर में लोग इस जंजाल में फंस रहे हैं. उत्तराखंड एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा हल्द्वानी कोतवाली के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए 12 लाख की चरस के साथ एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. पुलिस के मुताबिक एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को सूचना मिली थी कि पहाड़ों से भारी मात्रा में चरस हल्द्वानी लाई जा रही है.
तलाशी के दौरान लाखों की चरस बरामद: जिसपर टीम द्वारा हल्द्वानी कोतवाली पुलिस को साथ लेकर एमबीपीजी कॉलेज के पास से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया गया. तलाशी के दौरान आरोपी युवक के पास से 2 किलो 20 ग्राम चरस बरामद हुई. पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम नारायण सिंह परगई (58 साल), निवासी ग्राम कुकना तहसील ओखेलकांडा, थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल हाल निवासी जय दुर्गा कॉलोनी, दुर्गा सिटी सेंटर, हल्द्वानी बताया.
जेल से जमानत पर बाहर आया हुआ था तस्कर: आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने चरस चम्पावत के नौलिया गांव से खरीदी थी, जिसको वह मैदानी क्षेत्रों मे ऊंचे दामों मे बेचने के लिए लाया था. इससे पहले भी वह कई बार पहाड़ी क्षेत्र से चरस ला चुका है. अभियुक्त द्वारा बताया गया कि इससे पहले भी वो एक बार चरस तस्करी मे जेल जा चुका है. जमानत से छूटने के बाद कम समय मे ज्यादा पैसा कमाने के लालच मे उसने दोबारा से चरस तस्करी का काम शुरू कर दिया था. STF टीम द्वारा पूछताछ में अन्य कई ड्रग्स तस्करों के नाम की जानकारी हुई है. जिन पर अलग से कार्रवाई की जायेगी, अभियुक्त का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है.



