उत्तराखंड में नैनीताल की खतरनाक पहाड़ियों में घूमने गए छात्रों में से एक 17 वर्षीय छात्र लापता हो गया था। रुद्रपुर से आए छह छात्रों का समूह नैना पीक और कैमल्स बैक ट्रैक पर गया था। लौटते समय पहले पहुंचने की होड़ में ग्रुप के दो हिस्से हो गए। इसी दौरान एक छात्र जयस रास्ता भटककर जंगल की गहराई में चला गया।
दोस्तों को फोन पर उसने बताया कि वह किसी झरने की ओर भटक गया है, लेकिन कुछ देर बाद उसका फोन बैटरी खत्म होने से बंद हो गया। देर शाम तक खोजबीन के बाद छात्र पुलिस के पास पहुंचे।
इसके बाद एसडीआरएफ, वन विभाग, दमकल विभाग और मल्लीताल पुलिस की टीमें रात में ही सर्च ऑपरेशन में जुट गईं। सुबह ऑपरेशन और बड़े स्तर पर शुरू किया गया, जिसमें बेटालघाट, रातीघाट, गैरीखेत और पित्तरिया क्षेत्रों में तलाश अभियान चलाया गया। स्थानीय लोगों ने भी रातभर रेस्क्यू में सहयोग दिया।
लगभग 20 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस और एसडीआरएफ ने जयस को जंगल से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र ने इसकी पुष्टि की है।


