ग्रेटर नोएडा शहर की बगल में जेवर एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है। जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन का समय आ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 नवंबर 2025 के बाद जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के अवसर पर होने वाली जनसभा में दो लाख से अधिक नागरिक भाग लेंगे।
जेवर एयरपोर्ट का असली नाम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है
ग्रेटर नोएडा शहर की बगल में यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरणा (यीडा) यमुना सिटी बसा रहा है। यीडा की यमुना सिटी में जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण बनकर तैयार हो गया है। जेवर एयरपोर्ट का असली नाम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है। यह एयरपोर्ट गे्रटर नोएडा क्षेत्र के प्रसिद्ध नगर जेवर के पास स्थापित हुआ है। इसी कारण आम बोलचाल की भाषा में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम जेवर एयरपोर्ट पड़ गया है। जिस प्रकार दिल्ली में स्थापित एयरपोर्ट का पूरा नाम इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है किन्तु उस एयरपोर्ट को आम बोलचाल की भाषा में पालम एयरपोर्ट कहा जाता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित एयरपोर्ट का असली नाम चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट है किन्तु आम बोलचाल की भाषा में उसे लखनऊ एयरपोर्ट कहा जाता है। ठीक इसी प्रकार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जेवर एयरपोर्ट कहा जाता है।
प्रधानमंत्री ने हामी भर दी है जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के लिए हामी भर दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी में बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 नवंबर के बाद किसी भी दिन जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते हैं। जेवर एयरपोर्ट के उदघाटन की तारीख की घोषणा प्रधानमंत्री कार्यालय जल्दी ही कर देगा। जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। नोएडा की पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के उदघाटन के अवसर पर होने वाली जनसभा में दो लाख से अधिक नागरिक भाग से सकते हैं।
जेवर एयरपोर्ट पर होने वाली जनसभा की तैयारियां तेज
जेवर एयरपोर्ट पर होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। नोएडा का जिला प्रशासन, नोएडा पुलिस कमिश्नरी का पुलिस प्रशासन, यीडा का प्रशासन तथा भारतीय जनता पार्टी का संगठन अपने–अपने स्तर से जेवर एयरपोर्ट पर होने वाली जनसभा की तैयारियों में जुट गया है। नोएडा पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने बताया है कि जेवर एयरपोर्ट पर जनसभा की व्यवस्था के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास एक अस्थायी पुलिस चौकी बनाई गई है, जिसमें एक इंस्पेक्टर सहित 12 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की लैंडिंग की तैयारी को ध्यान में रखते हुए हेलीपैड से सभा स्थल तक पहुंचने के लिए सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस ने एयरपोर्ट क्षेत्र, रास्तों और आयोजन स्थल पर तैनाती के पॉइंट तय कर दिए हैं।
सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सर्विलांस और वायरलेस प्रणाली भी सक्रिय की गई है। इस दौरान मंगलवार को जनसभा की तैयारियों को लेकर सूरजपुर में नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ आरके सिंह, यापल सीईओ क्रिस्टोफ श्लमैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सभी विभागों ने आयोजन स्थल और एयरपोर्ट क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था, वीआईपी लैंडिंग, यात्री प्रबंधन, और यातायात नियंत्रण जैसी तैयारियों की रणनीति बनाई। साथ ही पुलिस ने जेवर एयरपोर्ट के आसपास अस्थायी चौकी स्थापित कर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की है।
जेवर एयरपोर्ट से प्रथम चरण में रोज उड़ेंगी 150 फ्लाइट
प्रथम चरण में जेवर एयरपोर्ट 3,300 एकड़ में विकसित किया गया है तथा इसके पास एक रनवे होगा, जिसकी सालाना यात्री संभालने की क्षमता 1.2 करोड़ रहेगी। जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के समय प्रतिदिन लगभग 150 फ्लाइट्स का संचालन होगा, जिसके लिए तैयारियां पूरी हैं। DGCA की रिपोर्ट और लाइसेंस प्रक्रिया के बाद ही औपचारिक रूप से यात्रियों की उड़ानें शुरू होंगी। जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के बाद जैसे–जैसे यात्री संख्या बढ़ेगी, दूसरे रनवे व अन्य विस्तार का कार्य शुरू होगा। तीसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 14 गांवों से लगभग 1858 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जा रही है। भविष्य में पांच रनवे और प्रति वर्ष 30 करोड़ यात्री सेवा देने की क्षमता विकसित की जाएगी, जिससे भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट्स बनेगा।
जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन व संचालन के लिए विस्तृत सुरक्षा प्लान तैयार किया गया है, जिसमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को तैनात किया जाएगा। सभी तकनीकी और सुरक्षा मानकों की जांच के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल, नेविगेशन उपकरण, संचार प्रणाली आदि पर डीजीसीए की टीम ने व्यापक परीक्षण किया है। जेवर एयरपोर्ट को जोडऩे के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट से 25 किमी लंबी सडक़ निर्माण के लिए 1,700 करोड़ रुपये का फंड मंजूर किया गया है, जिससे यातायात व्यवस्था और बेहतर हो जाएगी। इस प्रकार जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन और संचालन अब अंतिम प्रक्रिया में है और यात्रियों को जल्द ही इसकी विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।



