Tuesday, October 28, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
HomeUttarakhand Newsराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के उत्तराखंड दौरे को लेकर तैयारियां तेज, पूरे किए...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के उत्तराखंड दौरे को लेकर तैयारियां तेज, पूरे किए जा रहे ये कार्य

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के उत्तराखंड दौरे को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं.

देहरादून: धामी सरकार ने इस साल राज्य स्थापना दिवस को रजत जयंती वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है. ऐसे में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर सकती हैं. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. राष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे को लेकर राष्ट्रपति सचिवालय के अतिरिक्त सचिव ने देहरादून में अधिकारियों की बैठक ली. इस बैठक में राष्ट्रपति उद्यान समेत अन्य निर्माणाधीन कार्यों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए गए. राष्ट्रपति निकेतन में हॉर्स राइडिंग एरीना और फुट ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका है, जिसका जल्द लोकार्पण किया जाएगा.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रस्तावित दून दौरे को लेकर राष्ट्रपति सचिवालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने देहरादून में अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में राकेश गुप्ता ने राष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे को लेकर की जा रही तैयारियां की समीक्षा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति की परिसंपत्तियों के अंतर्गत देहरादून में बनाए जा रहे राष्ट्रपति उद्यान समेत अन्य निर्माणाधीन कार्यों को तय समय में पूरा किया जाए. बैठक में राष्ट्रपति के निकट भविष्य में देहरादून के प्रस्तावित दौरे की रूपरेखा के अलावा प्रेजीडेंट्स एस्टेट के भीतर संचालित परियोजनाओं की प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई.

राष्ट्रपति संपदाओं को “राष्ट्र का भवन” बनाने की महत्वपूर्ण पहल के चलते देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन एवं राष्ट्रपति तपोवन की स्थापना के बाद राष्ट्रपति उद्यान के निर्माण की महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य तेजी से जारी है. 132 एकड़ के विशाल क्षेत्रफल में बन रहा राष्ट्रपति उद्यान के कार्यों को अगले वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य है. राष्ट्रपति उद्यान की परिकल्पना सुगम्यता, सततता और सामुदायिक सहभागिता के सिद्धांतों पर आधारित है.जनसहभागिता, संस्कृति और नागरिक गौरव के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित किए जा रहे, इस उद्यान के भीतर थीम आधारित फूलों और वनस्पतियों के बाग, तितली गृह और पक्षीशाला, सुरम्य झील जैसे प्रमुख आकर्षण होंगे. देश का दूसरा सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज स्तंभ इस उद्यान की पहचान का अहम हिस्सा होगा.

उद्यान में पैदल एवं साइकिल ट्रैक, सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए आठ सौ से अधिक लोगों की क्षमता का एक मुक्ताकाशी रंगमंच, सार्वजनिक पुस्तकालय एवं फूड प्लाजा की भी व्यवस्था होगी. राष्ट्रपति निकेतन परिसर के भीतर घुड़ सवारी क्षेत्र (हॉर्स राइडिंग एरीना) का एक नया आकर्षण भी जल्द आम लोगों के देखने के लिए उपलब्ध रहेगा. जहां पर आम लोग प्रेजीडेंट्स बॉडीगार्ड के घोड़ों की सवारी एवं देखभाल के तौर-तरीकों का नजदीक से साक्षात्कार कर सकेंगे. राष्ट्रपति सचिवालय के जन संपर्क अधिकारी कुमार समरेश ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की आगामी प्रस्तावित दौरे के दौरान नवनिर्मित हॉर्स राइडिंग एरीना एवं ओवर फुट ब्रिज का लोकार्पण किए जाने की संभावना है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रपति निकेतन और राष्ट्रपति तपोवन का गत 20 जून को लोकार्पण किया गया था. यह दोनों स्थल पर्यटकों एवं स्थानीय निवासियों के बीच आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. राष्ट्रपति सचिवालय के जन संपर्क अधिकारी कुमार समरेश ने बताया कि बीते चार माह में राष्ट्रपति निकेतन में 4,753 लोगों ने तथा राष्ट्रपति तपोवन में 15,567 लोगों ने भ्रमण किया. उन्होंने बताया कि निर्माणधीन राष्ट्रपति उद्यान में प्रतिवर्ष 20 लाख लोगों के आने का अनुमान है.बैठक में जिलाधिकारी देहरादून डॉ. सबिन बंसल, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह, मुख्य नगर अधिकारी देहरादून नमामि बसंल समेत अनेक अधिकारियों ने भाग लिया.

वहीं कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल का 20वां दीक्षांत समारोह 4 नवंबर को डीएसबी परिसर के एएन सिंह हॉल सभागार में आयोजित होगा. समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगी. राष्ट्रपति स्वयं स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएच.डी. विद्यार्थियों को उपाधि और पदक प्रदान करेंगी. कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय से कुल 16,183 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की जाएगी. इनमें 9,788 छात्राएं और 6,395 छात्र शामिल हैं. स्नातक स्तर पर 7,823 छात्राएं और 1,965 छात्र, जबकि स्नातकोत्तर वर्ग में 5,067 छात्राएं और 1,328 छात्र उपाधि प्राप्त करेंगे. समारोह में 234 शोधार्थियों को पीएचडी की डिग्री प्रदान की जाएगी, जिनमें 90 पुरुष और 144 महिलाएं हैं. वहीं तीन विशिष्ट शोधकर्ताओं को डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा.

 
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_imgspot_imgspot_imgspot_img

Most Popular

Recent Comments