नंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक, सभी विभागों को आपसी समन्वय के निर्देश
देहरादून – नंदा देवी राजजात यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे आपसी समन्वय और सहभागिता के साथ कार्य करें ताकि यात्रा का संचालन सुचारु और सफल हो सके।
बैठक में स्पष्ट किया गया कि यात्रा की बेहतर व्यवस्था के लिए जनप्रतिनिधियों, नंदा राजजात यात्रा समिति के सदस्यों और स्थानीय हितधारकों के सुझावों को शामिल करना अनिवार्य है।
उच्च स्तरीय समिति का गठन और अनुभवों से सीख
अधिकारियों को यात्रा के सफल संचालन हेतु एक उच्च स्तरीय समिति के गठन के निर्देश दिए गए। साथ ही पिछली यात्राओं के अनुभवों के आधार पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया।
बुनियादी सुविधाएं और तकनीकी संसाधन सुनिश्चित करने के निर्देश
यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के ठहराव, भोजन, पेयजल और शौचालय जैसी आवश्यक व्यवस्थाओं को प्राथमिकता देने को कहा गया। इसके अतिरिक्त, दूरसंचार सुविधाओं को सुदृढ़ करने और यात्रा के दौरान डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम लागू करने के निर्देश भी दिए गए, जिससे यात्रियों की रियल टाइम मॉनिटरिंग और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्वास्थ्य और आपात सुविधाएं हों तैयार
यात्रा के दौरान हेल्पलाइन नंबर जारी करने, मेडिकल कैंपों की स्थापना, तथा चिकित्सकों और चिकित्सीय संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर भी विशेष बल दिया गया।
संस्कृति और पर्यटन का संरक्षण व प्रचार
नंदा देवी राजजात से संबंधित लोक गीतों और लोक कथाओं का अभिलेखीकरण कर उनकी विरासत को संजोने की बात कही गई। साथ ही, पर्यटन विभाग को निर्देश दिए गए कि यात्रा के विभिन्न पड़ावों और सांस्कृतिक महत्व का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
यातायात और मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ करने पर भी जोर
यात्रा मार्गों पर पर्याप्त पार्किंग स्थलों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ उन क्षेत्रों में आवश्यक अधोसंरचना (सड़क, पेयजल, शौचालय आदि) की उपलब्धता पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए, जहां से श्रद्धालु और डोलियां यात्रा में सम्मिलित होती हैं।