सरकार बनी हर “अकेली” महिला की “सहेली” – स्वरोजगार के लिए शुरू हुई नई योजना
देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश की एकल, तलाकशुदा, निराश्रित और विधवा महिलाओं के लिए एक सशक्त पहल की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने “मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना” की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य इन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और घर के पास स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री ने कहा,
“मैं प्रदेश की अपनी हर एकल बहन से कहना चाहती हूं कि अब आप अकेली नहीं हैं, बल्कि स्वरोजगार खड़ा करने में प्रदेश सरकार आपकी सच्ची सहेली बन चुकी है।”
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- लाभार्थी: राज्य की स्थायी निवासी एकल, तलाकशुदा, निराश्रित और विधवा महिलाएं
- सहायता राशि: अधिकतम ₹2 लाख तक के प्रोजेक्ट
- सरकारी अनुदान: प्रोजेक्ट लागत का 75% हिस्सा सरकार द्वारा अनुदान स्वरूप
- आवेदन की अंतिम तिथि: 31 जुलाई 2025, शाम 5:00 बजे तक
- आवेदन माध्यम:
- महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की वेबसाइट
- संबंधित जनपद के जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय
उद्देश्य और प्रभाव
इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक मदद देना नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मसम्मान और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। सरकार मानती है कि जब एक महिला आत्मनिर्भर होती है, तो वह पूरे समाज को नई दिशा देती है।