मसूरी गोलीकांड की 31वीं बरसी पर मुख्यमंत्री धामी ने शहीद आंदोलनकारियों को किया नमन
देहरादून, 2 सितंबर 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड की 31वीं बरसी की पूर्व संध्या पर उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना में जिन वीरों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया, उनके बलिदान को प्रदेश कभी नहीं भूल सकता।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा:
“हमारे राज्य आंदोलनकारियों ने उत्तराखंड राज्य के सपने को साकार करने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना संघर्ष किया। उनके त्याग और बलिदान के कारण ही आज हम अपने अधिकारों और पहचान के साथ खड़े हैं।”
तीन काले अध्याय, जो राज्य निर्माण की पीड़ा को दर्शाते हैं
मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलन के दौरान हुई तीन बड़ी घटनाओं को याद करते हुए कहा:
- 1 सितंबर – खटीमा गोलीकांड
- 2 सितंबर – मसूरी गोलीकांड
- 2 अक्टूबर – रामपुर तिराहा कांड
उन्होंने कहा कि ये तीनों दिन उत्तराखंड के संघर्ष का प्रतीक हैं और राज्य के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज हैं। इन घटनाओं ने न केवल आंदोलन को नई दिशा दी, बल्कि आम जनमानस को भी एकजुट कर दिया।
राज्य सरकार कर रही है शहीदों के सपनों को साकार
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार शहीद आंदोलनकारियों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप उत्तराखंड के निर्माण के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
“उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों की स्मृति हम सभी के लिए प्रेरणा है। उनका बलिदान हमें हमेशा अपने कर्तव्यों की याद दिलाता रहेगा।”
– पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड