दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार रात करीब सवा 12 बजे इलाज कराने आए दो पक्षों में विवाद हो गया। एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष पर हमला करने और डॉक्टरों से सुरक्षा कर्मियों, सिपाही से धक्कामुक्की, अभद्रता और घसीटने करने का आरोप है। घटना के विरोध में डॉक्टरों ने इमरजेंसी ने देर रात करीब डेढ़ बजे हड़ताल कर दी। भारी पुलिस फोर्स और इमरजेंसी के नोडल डॉ अमित अरुण मौके पर पहुंचे। दो बजे मरीज लेने शुरू किए। ड्यूटी पर तैनात ईएमओ डॉ समृद्धि ने बताया कि खुडबुड़ा के विशाल 28 साल ने अस्पताल आकर बताया कि वह स्कूटी पर था और कार सवारों ने विवाद में उससे मारपीट की।
उसका इलाज किया गया। इसी बीच दूसरे पक्ष के सन्नी कुकरेजा भी आंख पर चोट लगने पर इलाज कराने आए। इसी बीच सन्नी पक्ष के कुछ लोगों ने बाहर से आकर विशाल पक्ष से मारपीट शुरू कर दी। इसमें विशाल 27 निवासी छबील बाग को नीचे गिराकर पीटकर घायल कर दिया। बीच में आए डॉ समृद्धि, डॉ विक्रम, डॉ अभिषेक, डॉ आकांक्षा, तीन सुरक्षा गार्ड सिपाही सतीश मिश्रा को भी धक्कामुक्की की गई और घसीटा गया। घटना अस्पताल में अफरातफरी मच गई। कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। उधर, अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले चौकी पर तीन जवान रहते थे, अब एक ही रहते है। इससे सुरक्षा पर भी सवाल है। क्योंकि पहले भी रात को विवाद हो चुके है। गाड़ियों के नंबर लिखे, एक बाइक छूटी अस्पताल में देर रात करीब दो घंटे तक अफरातफरी का माहौल रहा। कुछ गाड़ियों के आरोपियों के भागते हुए नंबर ले लिए गए हैं। वहीं एक बाइक भी युवकों की छूट गई है। पुलिस को तहरीर दे दी है। लेकिन रिसीविंग सुबह तक भी नहीं मिली है। इससे डॉक्टरों में रोष है, प्राचार्य एवं एमएस से सुरक्षा की मांग उठाई है। पुलिस को इस मामले में सख्त एक्शन के लिए वार्ता की भी मांग उठाई है। यह बोले नोडल अधिकारी मामले की पूरी जानकारी ली है। इमरजेंसी में मारपीट और विवाद करना बेहद गलत है। इमरजेंसी में मरीज देखने शुरू करवा दिए है। डॉक्टरों की ओर से तहरीर दी जा रही है। डॉ अमित अरुण, नोडल अधिकारी इमरजेंसी


