हल्द्वानी IAS दीपक रावत उत्तराखंड में सबसे तेज कारवाही किए जाने वाले अफसरों में जाने जाते है उनके दरबार में सियासत नहीं चलती बल्कि सीधे पीड़ित की सुनवाई होती है दीपक रावत हरिद्वार में रहते हुए सबसे अधिक वायरल आईएएस बने थे उनका पीछा सोशल मीडिया पर उत्तराखंड का कोई भी IAS अफसर नहीं कर सका है
पब्लिक से जुड़े मामलों पर उनकी तुरत कारवाही लोगो को अपनी तरफ आकर्षित लिए जाने में अहम है उनके अंदर राजनेताओं जैसी प्रतिभा देखने को मिलती है उत्तराखंड के सबसे तेज वायरल अफसरों में पहचान रखने वाले आईएएस दीपक रावत वर्तमान में कुमायूं मंडल कमिश्नर है उनका जनता दरबार हर समय शिकायतों पर तुरत कारवाही करता देखा जाता है

मंगलवार को कैंप हल्द्वानी में सचिव/कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के सामने 6 से 7 करोड़ के गबन का मामला जनसुनवाई में आया। जिसमें समूह के नाम पर 50 से अधिक व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी की गई है।
शिकायतकर्ताओं ने कुमाऊं आयुक्त से गुहार लगाते हुए समूह के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले पति-पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है।
हल्द्वानी की कई महिलाओं ने शिकायत की कि रामपुर रोड निवासी भारती चोपड़ा और उसके पति विकास चोपड़ा एक समूह चलाते थे जिसमें जमा की गई रकम से कहीं ज्यादा धनराशि दी जाती थी। इसी को देखते हुए उन्होंने समूह में धनराशि जमा करनी शुरू की गई।
कमिश्नर दरबार में आई शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वह 2016 से समूह में रकम जमा कर रही थी। कई महिलाओं ने 20 लाख, 34 लाख, 7 लाख 45 हजार, 14 लाख जैसी रकम जमा कर दी। इसी प्रकार लगभग समूह में 50 से अधिक व्यक्तियों ने लगभग 6 से 7 करोड़ रुपया जमा किया। लेकिन अब समूह चलाने वाली भारती चोपड़ा एवं उसके पति विकास चोपड़ा ना तो समूह के सदस्यों का फोन उठा रहे हैं और ना ही कोई जवाब उनकी तरफ से दिया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि उनका शक है कि भारती चोपड़ा और विकास चोपड़ा शहर से भाग सकते हैं लिहाजा उन पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।