मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना के संबंध में सचिवालय में अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने रिस्पना और बिंदाल कॉरिडोर का कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। यह परियोजना देहरादून शहर में बढ़ती जनसंख्या, वाहनों की संख्या और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद यातायात में संभावित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को केंद्र सरकार से सहयोग प्राप्त करने और राज्य सेक्टर से कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। इसके तहत रिस्पना नदी के तल पर 11 किलोमीटर और बिंदाल नदी के तल पर 15 किलोमीटर लंबे चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना में नदी के भीतर स्थित जनसेवा की विद्युत लाइन, हाई टेंशन लाइन और सीवर लाइन का विस्थापन भी किया जाएगा, और बाढ़ सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए नदी किनारों पर रिटेनिंग वाल का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी रेखीय विभागों के समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने राज्य के अन्य शहरों में भी बढ़ती आबादी और वाहनों के दबाव को देखते हुए सुनियोजित योजना पर कार्य करने की आवश्यकता जताई।
साथ ही, मुख्यमंत्री ने नंदा राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर भी निर्देश दिए और कहा कि आगामी यात्रा के लिए उचित योजना बनाई जाए। उन्होंने यूआईआईडीबी, देहरादून एलिवेटेड रोड, गढ़वाल और कुमाऊं की कनेक्टिविटी, और मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के काम की नियमित समीक्षा करने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह स्वयं समय-समय पर इन कार्यों की समीक्षा करेंगे।
बैठक में राज्य अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक धनंजय मोहन, और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।