Chief Minister Pushkar Singh Dhami inaugurated the Children’s Science Festival मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया बाल विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ
रुद्रप्रयाग में आयोजित चतुर्थ सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव में 300 छात्र और वैज्ञानिक ले रहे हैं भाग
रुद्रप्रयाग | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चतुर्थ सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) लागू करने वाला देश का पहला राज्य है, जहां तकनीकी शिक्षा, नवाचार और वैज्ञानिक सोच को प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में युवाओं को भविष्य की तकनीकों से जोड़ने के लिए स्मार्ट क्लास, रोबोटिक्स और इनोवेशन लैब्स की स्थापना की जा रही है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पहली बार कक्षा 12 के व्यावसायिक छात्रों के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया गया है, जो राज्य सरकार की युवाओं को हुनर और रोजगार से जोड़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

महोत्सव का आयोजन उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) के तत्वावधान में 15–16 अक्टूबर को पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बणसू, जाखधार, गुप्तकाशी में किया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीमांत क्षेत्रों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार को प्रोत्साहित करना है।
इस दो दिवसीय राज्य स्तरीय आयोजन में लगभग 300 स्कूली छात्र-छात्राएं, देशभर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, विज्ञान संचारक और प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिताओं में विज्ञान कविता पाठ (हिंदी व अंग्रेजी), विज्ञान मॉडल निर्माण, प्रश्नोत्तरी और बाल चौपाल जैसी गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। प्रतिभागियों को जूनियर (कक्षा 6–8) और सीनियर (कक्षा 9–12) वर्ग में विभाजित किया गया है।
इस वर्ष महोत्सव की थीम “जलवायु परिवर्तन अनुकूलन रणनीतियाँ एवं आपदा जोखिम प्रबंधन एकीकरण” निर्धारित की गई है। कार्यक्रम का संचालन मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत के निर्देशन में किया जा रहा है।
गौरतलब है कि इससे पूर्व यह विज्ञान महोत्सव चम्पावत, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में आयोजित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “सीमांत क्षेत्रों का वैज्ञानिक और तकनीकी विकास, सशक्त उत्तराखंड के निर्माण की दिशा में अहम कदम है।”