चारधाम यात्रा 2025: केदारनाथ हेली सेवा मानसून और हादसे के बाद स्थगित, कंपनियां 22 जून को लौटेंगी
देहरादून/केदारनाथ | 21 जून 2025
उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा के अंतर्गत केदारनाथ धाम के लिए संचालित हेलीकॉप्टर सेवाएं मानसून की दस्तक और हालिया हादसे के बाद ठप हो गई हैं। अब स्थिति को देखते हुए 22 जून (रविवार) से सभी हेली कंपनियां केदारघाटी से लौट जाएंगी।
सेवाएं 2 मई से शुरू हुई थीं, 15 जून को हादसा
- यात्रा की शुरुआत 2 मई से हुई थी।
- डीजीसीए और यूकाडा ने 9 हेली कंपनियों को उड़ान की अनुमति दी थी:
- थंबी एविएशन
- हिमालयन हेली एविएशन
- ग्लोबल वेक्ट्रा
- एरौ
- क्रिस्टल
- आर्यन हेलीएविएशन
- ट्रांस भारत
- पवन हंस हेली
- 2 मई से 14 जून तक कुल 56,044 यात्रियों ने हेलिकॉप्टर से केदारनाथ की यात्रा की, जिनमें से 54,209 श्रद्धालु लौट चुके थे।
लेकिन 15 जून को आर्यन हेली कंपनी के एक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई। इसके बाद डीजीसीए ने तत्काल प्रभाव से दो दिन की रोक लगाई, जो अब तक बरकरार है।
मौसम भी बना बाधा, हेलीपैड पर पसरा सन्नाटा
हादसे के बाद से लगातार छह दिनों तक कोई भी हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। इस दौरान:
- 5400 से अधिक यात्रियों के टिकट रद्द कर दिए गए।
- केदारनाथ और केदारघाटी के विभिन्न हेलिपैडों पर सन्नाटा पसरा रहा।
- अब मानसून की सक्रियता के चलते हेलिकॉप्टर उड़ानों के लिए अनुकूल मौसम नहीं है।
22 जून से कंपनियां केदारघाटी से हटेंगी
बढ़ते जोखिम को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि:
22 जून (रविवार) से सभी हेली ऑपरेटर्स केदारघाटी से हटेंगे।
हालांकि, यदि मौसम में सुधार होता है और नियमों के अनुरूप अनुमति मिलती है, तो भविष्य में पुनः सेवाएं शुरू हो सकती हैं।
निष्कर्ष: यात्रियों के लिए क्या मायने रखता है?
- जिन यात्रियों ने हेलिकॉप्टर टिकट बुक कर रखे थे, उनके रिफंड की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
- श्रद्धालुओं को सलाह दी जा रही है कि वे स्थल मार्ग से यात्रा की योजना बनाएं और मौसम अपडेट पर निगरानी रखें।
- प्रशासन ने सड़क मार्ग और पैदल यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाएं और सुरक्षा बढ़ा दी हैं।