विधानसभा उपचुनाव हवा का रुख किधर हाथी तय करेगा देहरादून उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों बद्रीनाथ मंगलोर पर उपचुनाव राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार का लोकसभा चुनाव में मोदी हैट्रिक के बाद पहला ट्रायल होगा जो सरकार के काम काज से लेकर बीजेपी को आगामी निकाय पंचायत चुनाव के लिए ऑक्सीजन देगा
विपक्ष मोके को भुनाए जाने के लिए ग्राउंड पर उतर चूका है मंगलौर विधानसभा के लिए प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी एवं राजपुर विधायक खजान दास को और बदरीनाथ सीट के लिए कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी गई है।
ऐसे में बीजेपी अभी दोनों सीटों पर अपना प्रत्याशी उतरे जाने को लेकर राजनैतिक फीडबैक लेकर चार नेताओं के बूते प्रत्याशी की हवा का पता कर रही है राजनैतिक नजरिये से देखा जाएं तो हरिद्वार ज़िले की एक सीट बीजेपी के लिए मुश्किल डगर हो सकती है जबकि बद्रीनाथ सीट पर धार्मिक आस्था की सनातन छाया को देखा जा सकता है
टिकट के दावेदार दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के पुत्र उबेदुर्रहमान ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पिछले साल अक्तूबर में मंगलौर के बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद से यह सीट खाली है हाथी उत्तर प्रदेश में अंडा देने के बाद उत्तराखंड नहीं आएगा यहाँ पर अगर बीजेपी को जीत दर्ज करनी है तो उसको हाथी को रोकना होगा अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस यहाँ भी मैदान मार सकती है।