देहरादून: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा को जून 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, और उसके बाद जनवरी 2020 में उन्हें पूर्ण अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया। नड्डा का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद, जनवरी 2023 में लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया था।
अब पार्टी नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए तैयार है और इसके लिए विमर्श का काम तेजी से चल रहा है। दिल्ली, हरियाणा और झारखंड को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के नामों पर चर्चा पूरी हो चुकी है। पार्टी की योजना अगले हफ्ते से प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा करने की है। बता दें कि 37 संगठनात्मक राज्यों में से 19 राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति अनिवार्य है। पार्टी अब तक 14 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर चुकी है।
सूत्रों के अनुसार, विधानसभा चुनावों, महाकुंभ के आयोजन और संसद के बजट सत्र के कारण अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया कुछ समय के लिए स्थगित रही थी। हालांकि, इस दौरान अधिकतर राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष के लिए विमर्श पूरा हो चुका था। अब प्रधानमंत्री के बैंकॉक और श्रीलंका दौरे के बाद तमिलनाडु के दौरे के खत्म होने के बाद, प्रदेश अध्यक्षों के नामों की घोषणा के लिए अंतिम विमर्श किया जाएगा। इस प्रक्रिया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और अन्य वैचारिक सहयोगियों को भी विश्वास में लिया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। उत्तराखंड बीजेपी में भी नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर चर्चा की जा रही है, क्योंकि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। उन्हें पुनः मौका नहीं मिलेगा और उत्तराखंड में नया अध्यक्ष चुना जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि संघ की पसंद और प्रदेश की राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नया अध्यक्ष चुना जाएगा। यह घोषणा अगले हफ्ते तक हो सकती है, और इसके बाद नए प्रदेश अध्यक्षों के नामों की भी घोषणा की जाएगी।