साइबर सुरक्षा आज देश के सामने बड़ी चुनौती है। इसलिए सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी आगे बढ़ाने से पहले थोड़ा थमें, सोचें-समझें और सही होने पर ही इसे आगे बढ़ाएं। हमें हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि देश सर्वोपरि है। ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा रहीं भारतीय सेना की वरिष्ठ अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने रविवार को झाझरा में स्थित जनजातीय दून संस्कृति स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि इस राज्य ने देश को सबसे बेहतरीन सैनिक, सैन्य अधिकारी दिए हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक केवल जंग ही नहीं जीतते, दिल भी जीतते हैं। वह शुरू से ही सेना में अधिकारी बनना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने मेहनत की। हमेशा यही सोचा कि मैं कर सकती हूं। उन्होंने युवाओं से अपनी जड़ों पर गर्व करते हुए देश निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन बहुत महत्वपूर्ण है। यह व्यक्तित्व के विकास, अनुशासन और आत्मनिर्भरता व जीवन के लिए सही दिशा चुनने का समय होता है। सबके पास चौबीस घंटे हैं। तय करें उसका इस्तेमाल कैसे करना है। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन के बारह वर्षों में समय का सही इस्तेमाल करेंगे तो हमारा 50 साल के बाद का जीवन भी बेहतर होगा। छात्र जीवन में प्राप्त किया गया ज्ञान, अनुभव और सीख ही आगे चलकर व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा तय करते हैं।
फेक न्यूज से बचें
दून संस्कृति विद्यालय ने मनाई रजत जयंती
देहरादून झाझरा में स्थित जनजातीय विद्यालय दून संस्कृति स्कूल की ओर से रविवार को विद्यालय और उत्तराखंड की रजत जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शोभित विश्वविद्यालय मेरठ के कुलपति डॉ. कुंवर शेखर विजेंद्र, रासबिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हिमांशु ऐरन, मेजर जनरल मोहन लाल असवाल, ब्रिगेडियर आरएस रावत, राकेश ओबरॉय व अनुज शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यालय की सराहना की। विंग कमांडर नुपूर जैन को नंदा देवी वीरता सम्मान और प्रीति नेगी को नंदा देवी वीरता सम्मान दिया गया। प्रधानाचार्य सौम्य बधानी, प्रशासक देवेंद्र रावत, राजेश रमोला, सह निदेशक प्रियंका विजय, निदेशक ऋत्विक विजय आदि कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सांसद तरुण विजय ने किया।


