हल्द्वानी का बनभूलपुरा साइबर ठगी का नया केंद्र बन रहा है। दुबई में बैठा मुख्य सरगना ‘रौलेक्स’ यहां के युवकों को ‘स्लीपर सेल’ की तरह इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन करवा रहा है।
हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में साइबर ठगी का एक बड़ा और संगठित रैकेट सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि विदेश में बैठा एक शातिर साइबर ठग यहां के सीधे-सादे और कम पढ़े-लिखे युवकों का इस्तेमाल ‘स्लीपर सेल’ की तरह कर रहा है। जांच के अनुसार, दुबई में बैठा मुख्य सरगना, जिसका नाम प्रियांशु उर्फ रौलेक्स है, बनभूलपुरा के युवकों को निशाना बना रहा है। इन युवकों के खातों से करोड़ों रुपये का अवैध ट्रांजेक्शन हुआ है।
बनभूलपुरा बन रहा ‘जामतारा’
पुलिस के अनुसार, हल्द्वानी का बनभूलपुरा इलाका अब झारखंड के जामतारा जिले की तरह ही साइबर ठगी की गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। यहां के मजदूरी और ड्राइविंग करने वाले युवकों को लालच देकर उनके नाम पर फर्ज़ी फर्मों के खाते खुलवाए जा रहे हैं। स्थानीय दलाल इस काम में सक्रिय हैं। ये फर्ज़ी खाते फिर विदेश में बैठे मुख्य साइबर ठगों द्वारा अवैध पैसों के लेन-देन के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
करोड़ों का ट्रांजेक्शन उजागर
जांच में सामने आया कि आजाद नगर गली नंबर-3 निवासी 23 वर्षीय मो. आरिश, जो मजदूरी का काम करता है, उसने एजे ट्रेडर और एसके इंटरप्राइजेज नाम से दो बैंक खाते खुलवाए और उन्हें अपने साथियों को सौंप दिया। इन खातों में भारी मात्रा में करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ। अकेले एसके इंटरप्राइजेज नाम के खाते से ही पुलिस ने कुल चार करोड़ सात लाख रुपये का ट्रांजेक्शन पाया है। यह आंकड़ा इस रैकेट की व्यापकता को दर्शाता है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है, ताकि दुबई में बैठे मुख्य सरगना रौलेक्स और बनभूलपुरा में सक्रिय स्थानीय दलालों तक पहुंचा जा सके। यह गंभीर मामला उत्तराखंड में ऑनलाइन फ्रॉड के बढ़ते खतरे को उजागर करता है। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात या संदिग्ध व्यक्ति को अपने बैंक खाते या निजी जानकारी न दें और लालच में आकर ऐसे अवैध गतिविधियों का हिस्सा न बनें।


