Monday, December 8, 2025
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया ‘सांसद खेल महोत्सव’ का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया ‘सांसद खेल महोत्सव’ का शुभारंभ प्रदेश में जल्द खुलेंगी 23 खेल अकादमियाँ : मुख्यमंत्री धामी

नवोदय विद्यालय तपोवन में वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट के लिए सांसद निधि देंगे राज्यसभा सांसद नरेश बंसल

देहरादून, सोमवार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, तपोवन में आयोजित “सांसद खेल महोत्सव” का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से देशभर में आयोजित यह महोत्सव, खेल प्रतिभाओं को गाँव से राष्ट्रीय मंच तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण अभियान है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में यह महोत्सव तीन चरणों में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य “फिट इंडिया – स्पोर्ट्स इंडिया – स्ट्रॉन्ग इंडिया” के संदेश को गाँव-गाँव तक पहुँचाना और स्थानीय, पारंपरिक तथा लोक खेलों को प्रोत्साहित करना है।

खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के प्रयास

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने खेल जगत में नई ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। उत्तराखंड में खेल संस्कृति को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।

उन्होंने बताया कि हाल ही में सम्पन्न 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रचा, जिससे प्रदेश का गौरव बढ़ा है।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि “स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान” के तहत प्रदेश के 8 प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियाँ स्थापित की जाएँगी। इन अकादमियों में प्रतिवर्ष लगभग 920 विश्वस्तरीय एथलीट और 1000 अन्य खिलाड़ी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

नया खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज

मुख्यमंत्री ने बताया कि हल्द्वानी में राज्य का पहला खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज स्थापित करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है।

राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के हित में नई खेल नीति लागू की है, जिसके तहत राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को “आउट ऑफ टर्न” सरकारी नौकरी का प्रावधान किया गया है।
साथ ही, मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना और खेल किट योजना के माध्यम से उभरते खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए उत्तराखंड खेल रत्न और हिमालय खेल रत्न पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
इसके साथ ही, सरकारी सेवाओं में 4% खेल कोटा पुनः लागू किया गया है।

सांसद नरेश बंसल की घोषणाएँ

राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि सांसद खेल प्रतियोगिता और फिट इंडिया अभियान जैसे कार्यक्रम बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने का सशक्त माध्यम बन रहे हैं।

सांसद बंसल ने घोषणा की कि वे नवोदय विद्यालय, तपोवन में वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट निर्माण के लिए अपनी सांसद निधि से धनराशि देंगे।
साथ ही विद्यालय के मेस में फर्नीचर की व्यवस्था हेतु भी आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा।

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ, खजानदास, मेयर देहरादून सौरभ थपलियाल, सीडीओ अभिनव शाह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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नारायण परगाई – उत्तराखंड के डिजिटल पत्रकारिता के अग्रदूत पूरा नाम: नारायण परगाई जन्म स्थान: देहरादून, उत्तराखंड पेशा: वरिष्ठ पत्रकार, डिजिटल मीडिया विशेषज्ञ, सामाजिक विश्लेषक प्रसिद्धि: उत्तराखंड के पहले डिजिटल न्यूज़ पोर्टल के संस्थापक, सोशल मीडिया पत्रकारिता के जनक परिचय नारायण परगाई उत्तराखंड की पत्रकारिता जगत का एक जाना-पहचाना नाम हैं। देहरादून से आने वाले इस वरिष्ठ पत्रकार ने राज्य में डिजिटल पत्रकारिता की नींव रखने का कार्य किया। वे उन पहले पत्रकारों में शामिल हैं जिन्होंने समाचार को प्रिंट और टीवी की सीमाओं से बाहर निकालकर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया। इस दिशा में उन्होंने उत्तराखंड का पहला डिजिटल न्यूज़ पोर्टल शुरू किया, जिसने राज्य में ऑनलाइन खबरों की परंपरा को जन्म दिया। पत्रकारिता में योगदान नारायण परगाई जी को अक्सर “सोशल मीडिया का जनक” कहा जाता है क्योंकि उन्होंने न केवल सोशल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से समाचारों का प्रसार किया, बल्कि आम जनता को सूचना और संवाद के नए युग से जोड़ा। उनकी रिपोर्टिंग शैली तथ्यपरक, सामाजिक सरोकारों से जुड़ी और तकनीकी दृष्टि से आधुनिक मानी जाती है। उन्होंने समय-समय पर उत्तराखंड के सामाजिक, राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर बेबाक लेखन किया है। उनके सुझाव और विश्लेषण न केवल पत्रकारों बल्कि सरकारी विभागों के लिए भी मार्गदर्शक सिद्ध होते हैं। नवाचार और तकनीकी दृष्टि नारायण परगाई जी नए विचारों और तकनीकी रुझानों को अपनाने के लिए जाने जाते हैं। वे निरंतर डिजिटल मीडिया, सोशल नेटवर्किंग, और नई पत्रकारिता तकनीकों पर कार्य कर रहे हैं। नई जानकारी, जनहितकारी विषयों और शासन-प्रशासन से जुड़ी खबरों को आधुनिक प्रस्तुति देने में उनकी विशेष पहचान है। प्रभाव और प्रेरणा देहरादून और पूरे उत्तराखंड में पत्रकारिता से जुड़े युवा नारायण परगाई को प्रेरणा स्रोत मानते हैं। उनकी कार्यशैली में ईमानदारी, तत्परता और नवीनता का समावेश है। वे मानते हैं कि “समाचार सिर्फ खबर नहीं, समाज को जोड़ने का माध्यम है।” उपलब्धियाँ और सम्मान उत्तराखंड में पहला डिजिटल न्यूज़ पोर्टल शुरू करने वाले पत्रकार सोशल मीडिया आधारित पत्रकारिता को मुख्यधारा में लाने का श्रेय कई समाचार संस्थानों व सामाजिक संगठनों द्वारा पत्रकारिता में नवाचार हेतु सम्मानित राज्य में डिजिटल जागरूकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निष्कर्ष नारायण परगाई न सिर्फ एक पत्रकार हैं, बल्कि उत्तराखंड में डिजिटल सोच और मीडिया क्रांति के प्रतीक हैं। उनकी पहल ने यह साबित किया कि सच्ची पत्रकारिता समय के साथ बदल सकती है, लेकिन उसका उद्देश्य हमेशा एक ही रहता है — “सत्य को समाज तक पहुँचाना।”
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