उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शराब के नशे में धुत युवकों ने बीच सड़क त्रिपुरा के एक छात्र को चाकुओं से गोद दिया। 17 दिन तक आईसीयू में चले इलाज के बाद आज एंजेल चकमा की मौत हो गई है।
पुलिस को दी गई शिकायत में एंजेल के भाई ने बताया कि वो कुछ सामान खरीदने सेलाकुई में गए थे तभी कुछ युवक आए और उनपर कमेंट करने लगे। उन्हें चाइनीज, चिंकी और मोमोज जैसे शब्द बोले गए। जब दोनों भाइयों ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उनपर पहले कड़े से और फिर चाकुओं से हमला कर दिया।
पूरी घटना 9 दिसंबर 2025 की है, सेलाकुई थाने की पुलिस ने इस मामले में अभी तक कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, हालांकि अभी तक मुख्य आरोपी फरार है।
हमले के बाद एंजेल चकमा को गंभीर हालत में ग्राफिक एरा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह कई हफ्तों तक जिंदगी और मौत से जूझता रहा।
शुक्रवार तड़के करीब 4 बजे एंजेल ने दम तोड़ दिया। उसकी मौत की खबर मिलते ही परिवार और छात्र समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई।
पांच आरोपी गिरफ्तार, प्रभावशाली परिवारों से जुड़े होने का आरोप
पुलिस ने मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान अविनाश नेगी (25) , शौर्य राजपूत (18), सूरज खवास (18), आयुष बदोनी (18) और सुमित (25) के रूप में हुई है।
हालांकि अभी पुलिस मुख्य आरोपी यज्ञ अवस्थी की तलाश कर रही है। पांचों आरोपियों ने पूछताछ में बताया है की शराब खरीदने के दौरान बहस हुई थी।


