नैनीताल में आयोजित विंटर कार्निवल उस समय हंगामे में बदल गया, जब पंजाबी सिंगर परमिश वर्मा का मेन शो शुरू हुआ। स्टेज पर उनके आते ही भारी संख्या में मौजूद युवा दर्शक बैरिकेडिंग तोड़कर मंच के सामने पहुंच गए, जिससे हालात बेकाबू हो गए।
परमिश वर्मा के मंच संभालते ही दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, लेकिन यह उत्साह जल्द ही अव्यवस्था में बदल गया। हालात बिगड़ते देख खुद परमिश वर्मा ने माइक से बार-बार अपील करते हुए युवाओं से पीछे हटने और शांति बनाए रखने को कहा, लेकिन भीड़ पर इसका खास असर नहीं पड़ा।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीओ राकेश सेमवाल और एडीएम विवेक राय को मंच के पास पहुंचकर भीड़ से बैरिकेडिंग के पीछे जाने की सख्त हिदायत देनी पड़ी। अधिकारियों ने साफ कहा कि यदि व्यवस्था नहीं संभली तो शो रद्द कर दिया जाएगा। इसके बावजूद अति उत्साहित युवाओं का हंगामा थमता नजर नहीं आया।
भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने युवाओं को जमीन पर बैठाने का प्रयास किया और भारी पुलिस बल स्टेज के चारों ओर तैनात कर दिया गया। हालात इतने बिगड़ गए कि कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और नैनीताल के जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल को सुरक्षाकर्मियों के घेरे में कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलना पड़ा।
बेकाबू हालातों के चलते अंततः विंटर कार्निवल को बीच में ही बंद करने का निर्णय लेना पड़ा। इससे पहले उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व सांसद अजय भट्ट, विधायक सरिता आर्या और पालिकाध्यक्ष सरस्वती खेतवाल कुछ देर रुकने के बाद कार्यक्रम स्थल से रवाना हो चुके थे।
छात्र संघ पदाधिकारियों और स्थानीय युवाओं ने भीड़ को संभालने का प्रयास किया, लेकिन परमिश वर्मा के शो के दौरान उमड़ी भारी भीड़ और अव्यवस्था के आगे सभी प्रयास विफल साबित हुए। घटना देर रात की है। इससे एक दिन पहले ही कार्निवल शुरू हुआ था।
नैनीताल विंटर कार्निवल 23 दिसंबर से शुरू हुआ था, जो कल यानी 25 दिसंबर तक चलेगा।


