राहुल गांधी ने दिल्ली के बवाना इलाके में आयोजित चुनावी रैली में अरविंद केजरीवाल और भाजपा पर जोरदार हमला किया। उन्होंने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के लोग आज भी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, जबकि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यमुना को साफ करने का वादा किया था। राहुल गांधी ने केजरीवाल को भ्रष्ट करार देते हुए कहा कि वह बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन सत्ता में आने के बाद कोई भी सुधार नहीं कर पाए। उन्होंने दिल्ली में हुए शराब घोटाले का भी जिक्र किया, जिसे वह केजरीवाल की सरकार की नाकामी के रूप में पेश कर रहे थे।
राहुल गांधी ने अपनी सरकार के वादे को दोहराते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को तोड़ा जाएगा और इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल और भाजपा दोनों ही आरक्षण के खिलाफ हैं और गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के अधिकारों के खिलाफ काम कर रहे हैं।

इसके अलावा, राहुल गांधी ने आर्थिक असमानता पर भी जोर दिया और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के समय में देश के अरबपतियों को फायदे मिलते हैं, जबकि आम आदमी को अपनी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि बवाना में लोग गंदा पानी खरीदने को मजबूर हैं और ऐसे में आम आदमी को ही नुकसान हो रहा है।
राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि भाजपा और आप की सरकारों में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर नहीं हैं। उन्होंने एक उदाहरण दिया कि दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करने वाला एक युवा सिविल इंजीनियर की डिग्री लेकर भी बेरोजगार था।
राहुल गांधी ने अंत में यह भी कहा कि उनकी पार्टी संविधान की रक्षा करेगी और देश में अरबपतियों के पक्ष में बनने वाली सरकार के खिलाफ संघर्ष करेगी।