ईवीएम में कैद दिल्ली सरकार
दिल्ली में बुधवार को विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान समाप्त हो गया। दिल्ली के मतदाताओं ने अपनी पसंदीदा सरकार चुनकर उसे ईवीएम में कैद कर दिया है। राजधानी की सभी 70 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ, जो आधिकारिक तौर पर शाम छह बजे समाप्त हुआ। दोपहर 5 बजे तक दिल्ली में 57.70 फीसदी मतदान हुआ। सबसे ज्यादा मतदान 63.83 फीसदी पूर्वोत्तर दिल्ली में हुआ, जबकि सबसे कम मतदान 53.77 फीसदी नई दिल्ली में हुआ। सीटों के हिसाब से देखें तो सबसे ज्यादा मतदान मुस्तफाबाद में हुआ, जहां 66.68% मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, सबसे कम मतदान करोल बाग में हुआ, जहां 47.40% ही मत पड़े।

इस विधानसभा चुनाव में दिल्ली की नई सरकार चुनने के लिए 1,56,14,000 मतदाता पात्र थे। इनमें से 83,76,173 पुरुष और 72,36,560 महिला मतदाता थे। अन्य मतदाताओं की संख्या 1,267 थी। अब ये सभी मतदाता दिल्ली के 70 जनप्रतिनिधियों का चुनाव कर चुके हैं, और इसका परिणाम आठ फरवरी को सामने आएगा। मतदान के बाद बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है।
699 उम्मीदवारों में 96 महिलाएं
मतदान समाप्त होते ही 699 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी। इनमें से 96 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार नई दिल्ली विधानसभा सीट पर हैं। यह सीट इस चुनाव की सबसे हॉट सीट बन गई है। यहां से आम आदमी पार्टी के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को उतारा है।