Women Welfare Minister Rekha Arya reviewed the schemes, Single Women Self Employment Scheme will soon be presented in the Cabinet
देहरादून। महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने शुक्रवार को विधानसभा स्थित सभागार कक्ष में विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में एकल महिला स्वरोजगार योजना, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका नियुक्ति प्रक्रिया, महिला कल्याण कोष, नंदा गौरा योजना और प्रस्तावित मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा शुभजीवन प्रोत्साहन योजना पर विस्तार से चर्चा हुई।
एकल महिला स्वरोजगार योजना फिर से कैबिनेट में रखी जाएगी
मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि एकल महिला स्वरोजगार योजना, जिसे पहले कैबिनेट में प्रस्तुत किया गया था, उसमें सुझाए गए संशोधनों को सम्मिलित कर पुनः प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। यह योजना अब अगली कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने कहा कि, “निश्चित रूप से यह योजना एकल महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।”
आंगनबाड़ी नियुक्तियों की प्रक्रिया अंतिम चरण में, 20-22 मई को नियुक्ति पत्र वितरण प्रस्तावित
राज्य के 12 जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं की नियुक्ति के परिणाम घोषित हो चुके हैं। मंत्री ने निर्देश दिए कि एक सप्ताह तक आपत्तियाँ आमंत्रित की जाएँ और 3-4 दिन में उनका निस्तारण कर लिया जाए। इसके बाद 20 से 22 मई के मध्य चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे।
महिला कल्याण कोष की नियमावली कैबिनेट के लिए तैयार
रेखा आर्या ने कहा कि ‘महिला कल्याण कोष’ की नियमावली को जल्द ही कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा। इस कोष के लिए आबकारी विभाग से प्रति बोतल ₹1 का अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कोष सुरक्षा, स्वरोजगार और आपदा में राहत जैसे उद्देश्यों के लिए महिलाओं को लाभान्वित करेगा। इसके तहत अनाथ बच्चों और वृद्ध महिलाओं के संरक्षण का भी प्रावधान किया गया है।
गर्भवती महिलाओं और नवजातों के लिए गेम चेंजर योजना तैयार
मंत्री ने बताया कि “मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा शुभजीवन प्रोत्साहन योजना” को प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। योजना में गर्भावस्था के पहले 1,000 दिन की देखभाल के लिए पोषण, स्वास्थ्य और आवश्यक सुविधाओं को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसे जल्द अंतिम रूप दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
नंदा गौरा योजना में ग्रेजुएशन स्तर पर प्रोत्साहन की तैयारी
मंत्री ने कहा कि ‘नंदा गौरा योजना’ में बदलाव कर यह प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है कि 12वीं के साथ-साथ ग्रेजुएशन उत्तीर्ण करने वाली बालिकाओं को भी आर्थिक प्रोत्साहन दिया जाए, जिससे वे उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित हों।