देहरादून। उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार 2024 की राजनैतिक पिच पर बैटिंग से पहले महिला वर्ग के लिए नई प्लानिंग में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में धामी सरकार महिला वर्ग के लिए बड़े फैसले लेती हुई नजर आ सकती है। बीजेपी में महिला वर्ग को साधने के पीछे बागेश्वर उपचुनाव में मिला फीडबैक आधार है । महिला वर्ग के बूते देश में अपना डंका कायम करने वाले पुष्कर सिंह धामी बखूबी समझते है महिला वोटरों के चलते ही बागेश्वर में उपचुनाव की वैतरणी को पार किया जा सका है । ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 में महिला मतदाता बीजेपी के एजेंडे में खास जगह रखते है तीस से चालीस वर्ष की महिला मतदाता किसी भी राजनैतिक पार्टी के लिए चुनावी रीढ़ की वो हड्डी है।
जो जीत की भूमिका लिखती है ऐसे में धामी सरकार महिला वर्ग के लिए बड़े फैसले लेते हुए प्लानिंग में जुटी है सरकार का फोकस बागेश्वर उपचुनाव में करीबी अंतर से जीती भाजपा को एक बार फिर एहसास हुआ है कि उसकी चुनावी वैतरणी पार लगाने में महिला मतदाताओं की अहम भूमिका है। इसलिए लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे संगठन और सरकार की एक मुख्य रणनीति महिलाओं को कुछ और सौगात देने की है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कहते हैं, महिलाओं में पीएम मोदी के प्रति बहुत सम्मान है। पार्टी की रीति-नीति और सरकार के लोक हित से जुड़े निर्णय भी उन्हें प्रभावित करते हैं। वे बड़ी संख्या में भाजपा को विजयी बनाने के लिए पोलिंग बूथ तक आती हैं। बागेश्वर उपचुनाव में पुरुषों से अधिक मतदान करने वाली महिलाओं में से ज्यादातर ने भाजपा को वोट दिए।
इसलिए महिला व युवा वोट पर है भाजपा की निगाह
भाजपा की प्रदेश के युवा और महिला वोट बैंक पर खास निगाह है। निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में करीब 81.67 लाख मतदाताओं में से 39.31 लाख महिला मतदाता हैं। कुल मतदाताओं में से सबसे अधिक करीब 22.34 लाख वोटर 30-39 आयु वर्ग के हैं। भाजपा का फोकस इन वोटों को साधने पर है।