Homeराष्टीयमहिलाओं को आरक्षण बदल जायेगा सियासत का इतिहास भूगोल

महिलाओं को आरक्षण बदल जायेगा सियासत का इतिहास भूगोल

नारी शक्ति वंदन अधिनियम के अंतर्गत लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटों पर आरक्षण का प्रावधान है। इसी 33 फीसदी में से एक तिहाई सीटें अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाओं के लिए आरक्षित की जानी है।

 

कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इसे सदन के पटल पर रखा। लोकसभा में विधेयक पास होने के बाद गुरुवार को इसे राज्य में पेश किया जाएगा। गुरुवार को ही इस पर राज्यसभा में चर्चा भी हो सकती है। विधेयक के पास होने और कानून बनने के बाद लोकसभा और विधानसभा में बहुत कुछ बदल जाएगा।

 

देश भर में बदला जाने वाला है राजनैतिक समीकरण कई बड़े नेता अपनी राजनैतिक कुर्सी खोते हुए नज़र आएंगे नए महिला आरक्षण बिल के लागू होने के बाद लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में महिला विधायकों और सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी का महिला कार्ड मतदाता खास कर महिला वोटरों को अपनी तरफ आकर्षित करने वाला हो जायेगा विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में बीजेपी के लिए नया महिला आरक्षण कार्ड एक तरह से नया ट्रायल हो सकता है महिलाओं को आरक्षण बदल जायेगा सियासत का इतिहास भूगोल

विधानसभाओं में क्या बदलेगा?

राज्य कुल सीट कानून बनने के बाद महिला विधायकों की संख्या
उत्तर प्रदेश 403 134
पश्चिम बंगाल 294 98
महाराष्ट्र 288 96
बिहार 243 81
तमिलनाडु 234 78
मध्य प्रदेश 230 76
कर्नाटक 224 74
राजस्थान 200 66
गुजरात 182 60
आंध्र प्रदेश 175 58
ओडिशा 147 49
केरल 140 46
असम 126 42
तेलंगाना 119 39
पंजाब 117 39
छत्तीसगढ़ 90 30
हरियाणा 90 30
जम्मू-कश्मीर 87 29
झारखंड 81 27
उत्तराखंड 70 23
दिल्ली 70 23
हिमाचल प्रदेश 68 22
त्रिपुरा 60 20
मणिपुर 60 20
मेघालय 60 20
अरुणाचल प्रदेश 60 20
नगालैंड 60 20
गोवा 40 13
मिजोरम 40 13
सिक्किम 32 10
पुडुचेरी 30 10

क्या अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर यह लागू होगा?
हां, यानी कोटा के अंदर कोटा भी इस कानून में प्रावधान होगा। इस तरह जो सीटें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं उनमें से 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।

 

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