विकासनगर में अवैध मदरसों पर शासन की कार्रवाई लगातार जारी है। मंगलवार को पांच अवैध मदरसे सील किए गए, जिनमें से तीन केदारवाला, एक अपर छरबा और एक खुशहालपुर में था। इस दौरान यहां भारी भीड़ भी जमा हो गई।
सोमवार को भी टीम ने एक के बाद एक 10 अवैध मदरसों को सील किया था। हालांकि, इस दौरान टीम को मुस्लिम समुदाय से हल्का-फुल्का विरोध भी देखने को मिला, लेकिन भारी पुलिस बल के बीच कार्रवाई बिना किसी रुकावट के जारी रही। अब तक कुल 19 अवैध मदरसों को सील किया जा चुका है, जबकि 10 और मदरसों पर कार्रवाई होनी बाकी है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस कार्रवाई के लिए प्रशासन, पुलिस, एमडीडीए, मदरसा बोर्ड, अल्पसंख्यक विभाग, शिक्षा विभाग और मदरसा बोर्ड की एक टीम गठित की है। सोमवार को एसडीएम विनोद कुमार और सीओ, विकासनगर बीएल शाह के नेतृत्व में टीम ने सहसपुर में अवैध मदरसों पर कार्रवाई की। ढाकी में मदरसा जामिया सब्बीबुल रशाद द्वितीय शाखा और उस्मानपुर में मुस्लिम समुदाय के हल्के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि केवल मदरसों को ही टारगेट किया जा रहा है।
जब लोग विरोध करने लगे, तो सीओ और थाना प्रभारी सहसपुर, शंकर सिंह बिष्ट ने स्थिति को संभाला और लोगों से कहा कि अगर मदरसे वैध हैं, तो वे तहसील प्रशासन के समक्ष अपने दस्तावेज प्रस्तुत करें। वहीं, बैरागीवाला में मदरसा जामिया अनवारुल कुरान को सील करते समय स्थानीय जनप्रतिनिधि टीम के साथ उलझ गए। जनप्रतिनिधियों का दावा था कि मदरसे में कोई छात्र नहीं पढ़ता, लेकिन सर्वे टीम ने वहां 15 छात्रों को पंजीकृत पाया।
पुलिस ने सख्ती दिखाई और जनप्रतिनिधि शांत हो गए। एसडीएम ने बताया कि आठ अवैध मदरसों में कुल 303 छात्र पढ़ रहे थे, जबकि दो अवैध मदरसों के छात्र संख्या की जानकारी नहीं मिल पाई। टीम ने सहसपुर थाना क्षेत्र के सहसपुर, ढाकी, खुशहालपुर, जस्सोवाला, बैरागीवाला, धर्मावाला और तिमली में 10 अवैध मदरसों को सील किया। कई मदरसे ट्यूशन के नाम पर चल रहे थे और कुछ अवैध मदरसे किराए पर लिए गए भवनों में चल रहे थे। यहां किरायेदारों और आसपास के लोगों ने बताया कि छात्र ट्यूशन के लिए इन कमरों में आते थे। किरायेदारों और भवन मालिकों ने टीम से केवल कमरों को सील करने की अपील की, जिसे टीम ने माना और कई जगह अवैध मदरसों को चल रहे कमरों को सील कर दिया।