देहरादून उत्तराखंड विधानसभा भर्तियों से जुड़ी हुई बड़ी खबर सामने आ रही है तदर्थ नियुक्तियों के मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष नहीं सभी नियुक्तियों को निरस्त करने का बड़ा फैसला लिया है साथ ही विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल को निलंबित कर दिया है. उत्तराखंड में भर्तियों को निरस्त किए जाने के बाद पिछले लंबे समय से उत्तराखंड में भर्ती प्रक्रिया को लेकर चल रहा राजनीतिक पार्टियों का विरोध भी फिलहाल थम जाएगा.
इस बड़े फैसले के बाद उत्तराखंड की सियासत में सरगर्मियां तेज हो गई हैं सदस्य नियुक्तियों को उत्तराखंड में विधानसभा के माध्यम से भर्ती किया गया था लेकिन विधानसभा अध्यक्ष तदर्थ नियुक्तियों को निरस्त करने का बड़ा फैसला सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर लिया है जिसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि जो भर्तियां विधानसभा में की गई हैं वह गलत तरीके से की गई थी सदस्य नियुक्तियों को निरस्त किए जाने के बाद उत्तराखंड की सियासत में एक नया टर्निंग प्वाइंट सामने आ गया है वहीं विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल को निलंबित कर दिया गया है.
विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु कुलभूषण खंडूरी ने विधानसभा में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें विधानसभा भर्ती प्रक्रिया के लिए बनाई गई समिति की रिपोर्ट मिल गई है जिसके आधार पर फैसला करते हुए तदर्थ नियुक्तियों को निरस्त करने का फैसला लिया गया है साथ ही विधानसभा के सचिव मुकेश सिंबल को निलंबित कर दिया है उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड विधानसभा में भर्ती प्रक्रिया में शामिल किसी भी आरोपी को नही छोड़ा जाएगा.