देहरादून उत्तराखंड में पुष्कर सरकार के खिलाफ साजिश का खेला किया जा रहा है गैंग में शामिल कुछ अपनों की करतूत जगजाहिर हो चुकी है ऐसा पहली बार नहीं हो रहा धामी के खिलाफ पहले भी साजिश के बीज बोए जा चुके है जिनका परिणाम आज तक ऐसे चेहरे बीजेपी टॉप लीडर शिप से नजरे नहीं मिला पाए है अपना राजनैतिक घर जला चुके ऐसे लोग घर की कोठरी में कैद हुए है
लेकिन सीएम धामी हर साजिश के बीज को जड़ से खत्म करने का इंतजाम करते देखे गए है नतीजा ये रहा धामी अधिक निखर कर बीजेपी टॉप लीडर शिप के सामने मजबूत हुए है आज वो उत्तराखंड की जनता के दिलो पर उनके उम्मीद रूपी विकास को आगे बढ़ा रहे है
उत्तराखंड में सीएम धामी अपना तीन साल का कार्यकाल बेदाग छवि के राज्य की जनता के लिए दिन रात एक करके जुटे हुए है ऐसे में कुछ अपनी ही पार्टी के वफादार गैंग जो धामी को पचा नहीं पा रहे उनको अपच हो रही है राज्य में कुमायूं गढ़वाल का मजहबी चोला ओढ़ कर ऐसे चेहरे पार्टी के बड़े नेताओं के समाने बेनकाब हो चुके है जिसने धामी के कद को बड़ा करने का काम किया है
ताजा मामला राज्य में सियासत की तिगड़ी से जुड़ा हुआ देखा जा रहा है एक नेता के कंधे पर बंदूक चला रहे राज्य के कभी एक दूसरे के विरोधी रहे नेतागढ़ इन दिनों हाथ मिला चुके है जिसकी भनक सियासत के गलियारों में आवाज के रूप में सुनी जा रही है उत्तराखंड में तख्त पलट की ऐसी बानगी पहले भी अंजाम दी जा चुकी है कांग्रेस बीजेपी दोनों राजनैतिक दल इसको बखूबी जानते है
ऐसे में सीएम धामी अपनी सियासत की पिच पर बैटिंग करते हुए उनको सियासत के ग्राउंड से बाहर कर चुके है बीजेपी की टॉप लीडर शिप के पास सभी जानकारी पहले ही मौजूद है ऐसे में धामी को मजबूत करते हाथ ओर अधिक मजबूती देते देखे जा रहे है धामी की मजबूती से तीन मूर्ति गैंग को जैसा साप सूंघ गया है ताजा राजनेतिक माहौल केदारनाथ उपचुनाव को लेकर बनाया जा रहा है