प्रपंच पड़ा भारी, पांच पर गाज, मुख्यमंत्री हैं नाराज उत्तराखंड सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मीटिंग के दौरान एक कर्मी की हरकत के बाद पांच पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। सीएम धामी की सुरक्षा में चूक के इस मामले में इंटेलिजेंस ने कार्रवाई करते हुए इन कर्मियों को उनके मूल तैनाती स्थान पर हटा दिया है।
खबरों के मुताबिक, राज्य संपत्ति विभाग के कर्मी द्वारा की गई इस घटना को उत्तराखंड में कुछ ऐसे लोगों द्वारा तूल दिया जा रहा है जो सरकार के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहे हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है और इस कर्मी के आचरण को लेकर कई और अधिकारियों से भी गलत आचरण किए जाने की जानकारी मिली है। लेकिन अब तक कर्मी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं।
राज्य संपत्ति विभाग ने उत्तराखंड शासन को पत्र भेजकर हंगामा करने वाले कर्मी वीरेंद्र भट्ट के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, सोमवार के बाद मंगलवार को उक्त कर्मी मुख्यमंत्री कैंप के बाहर भी नजर आया। ऐसे में विभाग ने इस कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का मन बना लिया है, लेकिन यह देखना होगा कि पहले की तरह इस बार कार्रवाई पर क्या असर पड़ता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले को लेकर खासे नाराज हैं।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय अपने कार्यालय की ओर जा रहे थे, इसी दौरान वहां मौजूद एक कर्मचारी ने हंगामा किया। इस दौरान पांचों सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर तैनात थे। इन सुरक्षाकर्मियों को अब उनकी मूल तैनाती स्थानों पर भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और जांच में प्रथम दृष्टया इन पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है।
प्राथमिक जांच के बाद, मंगलवार को इंटेलिजेंस मुख्यालय ने एएसआई शमशेर सिंह को हटाते हुए उन्हें जिला हरिद्वार, कांस्टेबल पिंकी शैव को जिला देहरादून, कांस्टेबल संजीत शर्मा को पीएसी हरिद्वार, कांस्टेबल शीला शर्मा को जिला हरिद्वार और कांस्टेबल पीएसी अनिल सिंह को आईआरबी द्वितीय देहरादून भेज दिया गया है।