UKSSSC paper leek देहरादून एसटीएफ को चकमा देकर देहरादून के जोलीग्रान्ट एयरपोर्ट से हिमाचल भाग जाने की फिराक में आखिरकार जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह पकड़ा गया है उसकी गिरफ्तारी के बाद अब एसटीएफ उन कड़ियों को खोलने में जुट गई है जो पिछले कई दिनों से रहस्य बनी हुई थी माना जा रहा है कि एसटीएफ हाकम सिंह से सभी जानकारियां हासिल करने में कामयाब हो गई है जो परीक्षा पेपर से जुड़ी हुई बताई जा रही है एसटीएफ उन कड़ियों को अपनी चार्जशीट में शामिल कर सकती है उत्तराखंड में परीक्षा पेपर घोटाले को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हैं।
ऐसे में अब उत्तरकाशी जिले के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह की गिरफ्तारी में यह बात भी साबित करती है कि इस मामले के तार राजनेताओं से जुड़े हुए हो सकते हैं आपको बता दें हाकम सिंह को लेकर कई खबरिया चैनलों के द्वारा उसके थाईलैंड में होने के समय बातचीत को लेकर उसे पाक साफ करार दिया गया था एसटीएफ जांच कर रही है और माना जा रहा है कि ऐसे लोगों पर भी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकती है जो हाकम सिंह को पाक साफ बताने में जुटे हुए थे। राज्य से लेकर कई नेता हाकम सिंह के साथ फोटो सोशल मीडिया में उसकी पहुंच कहा तक है इसका साफ इशारा कर रहे है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाकम सिंह नकल कराने का पुराना खिलाड़ी बताया जा रहा है। उसने बड़े ही शातिराना ढंग से उत्तराखंड नहीं बल्कि सीमा क्षेत्र के बिजनौर जिले के ग्रामीण इलाके में एक किराये के मकान को नकल का सेंटर बनाया था। बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों को वहां ले जाकर हल किया हुआ पेपर मुहैया कराया गया था।
पेपर लीक मामले में हिरासत में लिए गए जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह के खिलाफ पहले भी मंगलौर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह मुकदमा भी आयोग की ही एक परीक्षा में नकल से संबंधित था। यह परीक्षा कनिष्ठ सहायक की थी। आरोप था कि उसने कई परीक्षार्थियों को नकल कराई है, लेकिन वह बेहद चालाकी से इस मामले में बच निकला।