HomeUncategorizedसुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती Rss मोहन भागवत की मेगा रैली

सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती Rss मोहन भागवत की मेगा रैली

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 23 जनवरी को जयंती है। इसे लेकर राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (RSS) का बंगाल में मेगा प्‍लान है। उसने इस मौके पर रैली निकालने की योजना बनाई है। इसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शिरकत करेंगे। नेताजी का जन्‍मदिन संघ लह प्रणाम के तौर पर मनाएगा। दिलचस्‍प यह है कि मोहन भागवत पहले ही कोलकाता पहुंच चुके हैं। 23 जनवरी के सार्वजनिक कार्यक्रम में वह मुख्य वक्ता होंगे। यह प्रोग्राम करीब-करीब उसी वक्‍त आयोजित होने की उम्‍मीद है जब सीएम ममता बनर्जी बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी। यह मूर्ति रेड रोड पर बनी है। इसमें नेताजी हाथ से दिल्ली की तरफ इशारा करते दिखते हैं। सुभाष चंद्र बोस स्‍वतंत्रता आंदोलन के महानायक थे। ऐसे में आरएसएस, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और फॉरवर्ड ब्‍लॉक में उन्‍हें अपना प्रतीक दिखाने की होड़ लगी है।

 

आजादी की लड़ाई लड़ने वाले और देश को मौजूदा स्वरूप देने वाले महान नेताओं से हमारी नई पीढ़ी करीबी जुड़ाव महसूस करे, इसी सोच के साथ 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 80 युवाओं को संसद में आमंत्रित कर रहे हैं। सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर के ऐसे युवाओं हमारी नई पीढ़ी से करीबी जुड़ाव महसूस करे युवाओं को संसद में आमंत्रित किया गया है देश भर से आने वाले ये युवा देश भक्ति के साथ साथ कई तरह के नए अनुभव भी साझा करेंगे

यह युवा नेताजी को संसद के सेंट्रल हॉल में पुष्प अर्पण करेंगे। केवल नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों से पुष्प अर्पण करवाने के चलन को भी इस कार्यक्रम में आम नागरिकों को हिस्सा बनाते हुए बदला जा रहा है। युवाओं का देश के प्रमुख नेताओं के योगदान से परिचय कराने के लिए 2 अक्तूबर 2022 से यह परंपरा शुरू की गई थी।

उस वक्त युवाओं ने महात्मा गांधी को सेंट्रल हॉल में पुष्प अर्पित किए। इस बार संसद आ रहे 80 युवाओं में 35 युवतियां और 45 युवक हैं। उनका चयन देश के कोने-कोने से हुआ है। इन्हें दीक्षा पोर्टल व माय जीओवी पर क्विज, जिला व राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिताओं, नेताजी के जीवन पर विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिताओं, आदि में प्रदर्शन के आधार पर चुना गया।

कार्यक्रम में 30 युवाओं को नेताजी के बारे में अपनी बात कहने का अवसर मिलेगा। यहां देश की भाषायी विविधता नजर आएगी क्योंकि उन्हें पांच भाषाओं, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, मराठी और बांग्ला में बोलने के विकल्प दिए गए हैं। इसके बाद उनके हाथों पुष्प अर्पण होगा, जो अब तक नेता करते थे। यहां से सभी युवा भारतीय लोकतंत्र के मंदिर यानी संसद ले जाए जाएंगे।

इसके बाद पीएम मोदी सभी अतिथियों ने अपने आवास पर आमंत्रित करेंगे और शाम को उनसे मुलाकात की जाएगी। युवाओं को 24 जनवरी को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले उत्सव, 25 जनवरी को कर्तव्य पथ, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, राजघाट, पीएम संग्रहालय, आदि भ्रमण करवाया जाएगा। 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड देखने का उन्हें मौका मिलेगा।

लोगों और संसद में दूरी घटाना मकसद : 11 व 12 जनवरी 2021 को देशभर के युवाओं की राष्ट्रीय युवा संसद सेंट्रल हॉल में हुई थी। ऐसा आयोजन संसद के इतिहास में पहली बार था। पीएम मोदी व्यस्तता के बावजूद युवाओं से संवाद करने यहां आए थे। ऐसे आयोजनों से युवाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया का हिस्सा होने का अनुभव करवाया जा रहा है। लोगों विशेषकर युवाओं और संसद के बीच दूरी को घटाया जा रहा है।

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