world environment day विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री धामी का आह्वान — “संवेदनशील बनें, संकल्पबद्ध होकर करें पर्यावरण संरक्षण”
देहरादून, 5 जून:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के प्रति संकल्पबद्ध होकर कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण केवल एक मुद्दा नहीं, बल्कि हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, और इसके संरक्षण में उत्तराखंडवासियों की भूमिका सदैव अग्रणी रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “हरेला” जैसे पर्व इस बात का प्रमाण हैं कि हमारे पूर्वजों ने प्रकृति से जुड़ने की जो परंपरा बनाई, वह आज भी उत्तराखंड की संस्कृति में जीवित है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार समृद्ध जैव विविधता, वन संपदा और जलस्रोतों के संरक्षण के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सामूहिक प्रयासों की जरूरत
मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है। इसके लिए जन प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं और ग्रामीण समुदायों से जुड़ने की अपील की।
“हमें मिलकर अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा, नदियों और जलस्रोतों की स्वच्छता को सुनिश्चित करना होगा, और प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ानी होगी,” — मुख्यमंत्री धामी
“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को विशेष रूप से सफल बनाने की अपील करते हुए इसे प्रकृति और भावना से जोड़ने वाली पहल बताया। साथ ही उन्होंने प्रदेशभर में चल रहे स्वच्छता और पौधारोपण अभियानों में सक्रिय भागीदारी का अनुरोध किया।
ग्लोबल वार्मिंग और जल-जंगल-जमीन पर समेकित चिंतन का आह्वान
मुख्यमंत्री ने पर्यावरण में हो रहे तेजी से बदलावों, ग्लोबल वार्मिंग, और प्राकृतिक संसाधनों के संकट पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम जल, जंगल और जमीन से जुड़ी समस्याओं पर समेकित और दीर्घकालिक नीति आधारित चिंतन करें।
“सामाजिक चेतना और सामूहिक प्रयासों से ही हम पर्यावरणीय संकट का समाधान खोज सकते हैं,” — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री का यह संदेश न केवल पर्यावरण के प्रति उत्तराखंड सरकार की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि जनभागीदारी और सांस्कृतिक मूल्यों को साथ लेकर चलने वाली सतत विकास की सोच को भी उजागर करता है।