हर जिले में बनेंगे दो-दो आदर्श गांव: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून व्यवस्था सख्त रखने और पर्यटन योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश
देहरादून, 23 जून 2025 — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के प्रत्येक जिले में दो-दो आदर्श गांव विकसित किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन गांवों का विकास सारकोट मॉडल के आधार पर किया जाएगा, जहां समग्र सामाजिक और आर्थिक विकास को केंद्र में रखते हुए योजनाएं लागू की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” दृष्टिकोण के अनुरूप उत्तराखंड को “विकसित राज्य” बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
चारधाम यात्रा मार्गों पर सख्ती के निर्देश
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और यात्रा मार्गों तथा धामों में अशांति फैलाने वालों या अवांछित गतिविधियों में संलिप्त तत्वों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
पर्यटन विकास को दी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर घोषित दो स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन के लिए उपयुक्त स्थानों का शीघ्र चयन करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नए डेस्टिनेशन विकसित किए जाएं जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।
उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाएं तैयार कर तेजी से कार्य किया जाए। उन्होंने हनोल और जागेश्वर के मास्टर प्लान और हरिपुर-कालसी घाट निर्माण योजना पर भी शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
समग्र विकास की रणनीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदर्श गांवों में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मौनपालन, डेयरी, और मशरूम उत्पादन जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाए। इन गांवों के विकास के लिए इंटीग्रेटेड एप्रोच अपनाने पर बल दिया गया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि इन गांवों में स्थानीय संस्कृति और शैली को संरक्षित रखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय सौर ऊर्जा से गांवों को रोशन करने, स्थानीय उत्पादों के विपणन की व्यवस्था करने और स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहन देने के भी निर्देश दिए ताकि आजीविका के साधनों में वृद्धि हो और आर्थिक विकास को गति मिले।
बैठक में उपस्थित अधिकारी:
बैठक में सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पांडेय, धीराज गर्ब्याल, एडीजी ए.पी. अंशुमान और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।