उत्तराखंड में कृषि और औद्यानिकी क्षेत्र को नई दिशा देने की तैयारी
पंतनगर में स्टेट एग्री-होर्टि एकेडमी एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना का प्रस्ताव, सीएम धामी ने दिए केंद्र से समन्वय के निर्देश
देहरादून, 4 मई – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान कृषि और औद्यानिकी क्षेत्र को सशक्त करने हेतु कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने पंतनगर में “स्टेट एग्री-होर्टि एकेडमी एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने हेतु तत्काल वर्किंग प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। यह अकादमी प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, प्रशिक्षण और अनुसंधान का एकीकृत केंद्र होगी।
मुख्यमंत्री धामी जल्द ही इस प्रस्ताव को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को कृषि और बागवानी क्षेत्र से जुड़े प्रमुख मुद्दों को केंद्र सरकार के समक्ष मजबूती से रखने और प्रभावी समन्वय स्थापित करने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने 20 से 25 वर्षों के परिप्रेक्ष्य में राज्य की कृषि और औद्यानिकी से जुड़ी चुनौतियों और संभावनाओं का दीर्घकालिक रोडमैप तैयार करने को भी कहा, जिससे राज्य की भौगोलिक विशिष्टताओं के अनुरूप योजनाओं को केंद्र सरकार से आवश्यक सहयोग मिल सके।
प्रमुख प्रस्ताव और निर्देश:
- मनरेगा में विशेष मजदूरी दर लागू करने हेतु सीमांत जिलों के लिए केंद्र से अनुरोध
- एग्रो टूरिज्म स्कूल की स्थापना के लिए पंतनगर विश्वविद्यालय को केंद्र से वित्तीय सहायता
- हाउस ऑफ हिमालया ब्रांड को बढ़ावा देने हेतु प्रमुख एयरपोर्ट्स पर स्टॉल्स
- भरसार विवि में माइक्रोबायोलॉजी लैब की स्थापना
- भारतीय सेना व पंतनगर विवि द्वारा मिलेट उत्पादों पर संयुक्त परियोजना
- फूड प्रोसेसिंग उद्योगों के तहत एरोमेटिक उत्पादों की प्रोसेसिंग व वैल्यू एडिशन
- सगंध पौध केंद्र, सेलाकुई में राष्ट्रीय ट्रेनिंग व इनक्यूबेशन सेंटर
- ‘महक क्रांति’ नीति को साकार करने हेतु वित्तीय स्वीकृति का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार से समन्वय कर विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी जिससे राज्य के पर्वतीय व सीमांत क्षेत्रों के किसानों और युवाओं को सीधा लाभ मिल सके।
बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव राधिका झा, चंद्रेश यादव, एस. एन. पांडेय, अपर सचिव मनुज गोयल समेत कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।