राजनैतिक द्रोणाचार्य मुख्यमंत्री धामी ने बीजेपी के लिए बना दिए एकलव्य
देहरादून निकाय चुनाव उत्तराखंड में कई दावेदार एकलव्य बने नज़र आ रहे है तो वही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी निकाय चुनाव में राजनैतिक द्रोणाचार्य की भूमिका में देखे जा रहे है अपने राजनैतिक कौशल से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीजेपी के सांसद,विधायकों से लेकर संघठन नेताओं से रूठो को मनाये जाने का फार्मूला ईजाद किया था जिसमे 90 प्रतिशत बीजेपी अनुसार सफलता हासिल की है
कांग्रेस के बड़े नेताओं को बीजेपी में ज्वाइन करवा कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक तीर से दो निशाने साध दिए है निकाय चुनाव उत्तराखंड में बीजेपी अपनी राजनैतिक हवा से कांग्रेस को पंचर करती नज़र आ रही है प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सीएम धामी की मौजूदगी में मथुरा दत्त जोशी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मथुरा दत्त जोशी पिथौरागढ़ नगर निगम में पत्नी को महापौर का टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। तभी से उनके सुर बगावती हो गए। निकाय चुनाव में टिकट कटने से कांग्रेस में विरोध के स्वर थम नहीं रहे थे। डैमेज कंट्रोल करने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने रूठों को मनाने की योजना बनाई थी।
उत्तराखंड निकाय चुनाव के लिए 23 जनवरी को मतदाता अपने मत का प्रयोग कर छोटी सरकार को चुनेगे जिसका परिणाम 25 जनवरी को आएगा
उत्तराखंड राज्य के एक नगर पालिका देवप्रयाग और दो नगर पंचायत नानकमत्ता और दिनेशपूर के बीजेपी अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए। वहीं, नगर निगमों के 14 पार्षद, नगर पालिका के 20 वार्ड सदस्य और नगर पंचायतों के 10 वार्ड सदस्यों का भी निर्विरोध निर्वाचित हो गया।
उत्तराखंड के 100 नगर निकायों के चुनावी मैदान में अब 5399 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाएंगे। 47 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए जबकि 782 ने अपने नामांकन वापस ले लिए थे। बृहस्पतिवार को प्रदेशभर में निकाय चुनाव नामांकन करने वालों को नाम वापसी का मौका दिया गया। जो बगावत कर गए उनको बीजेपी ने पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी प्रचार कर बैठ जाने का मौका दिया है जो नहीं मानेगे उनको पार्टी से बहार का रास्ता दिखाया जायेगा