ओलंपिक दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खिलाड़ियों को किया सम्मानित, खेलों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई
देहरादून, 23 जून – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया और उन्हें खेल भावना की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलंपिक दिवस खेल भावना, एकता और शांति के मूल्यों को समर्पित है। ओलंपिक केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि समर्पण, साधना और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने खेलों के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। भारत अब केवल भागीदार नहीं, बल्कि विजेता के रूप में उभर रहा है। वर्ष 2023 के एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदक जीते, जबकि टोक्यो ओलंपिक 2020 में 126 भारतीय खिलाड़ियों ने क्वालिफाई किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड को “खेलभूमि” के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हाल ही में हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया। उन्होंने बताया कि राज्य के 8 प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों, हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की दिशा में कार्य तेजी से चल रहा है।
खेल नीति के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी, खेल भत्ता, उत्तराखंड खेल रत्न और हिमालय खेल रत्न पुरस्कार जैसी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसके साथ ही 4% खेल कोटा भी राजकीय सेवाओं में लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 3900 खिलाड़ियों और मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत 2155 खिलाड़ियों को डीबीटी के माध्यम से प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
कार्यक्रम में खेल मंत्री रेखा आर्या ने भी संबोधन देते हुए राज्य में तेजी से विकसित हो रहे खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर और नई खेल नीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड ने राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में अपनी अलग पहचान बनाई है।
इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, अपर निदेशक खेल अजय अग्रवाल, और खेल विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।