नवरात्रि स्पेशल जानकारी: शुभ मुहूर्त और खुशहाल जीवन के उपाय
सनातन संस्कृति में नव वर्ष का शुभारम्भ चैत्र नवरात्रो के साथ होता है. वही हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि और नया साल नयी फसल, नया मौसम बसंत बहार लेकर आता है. इसी कड़ी आज जानेंगे नवरात्रो में कुछ ऐसी छोटी छोटी चीजे करना जिनसे जीवन में नयी उमंग के साथ खुशिया अपार पाने के उपाय.
शुभ मुहूर्त:
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि के दिन कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 14 मिनट से सुबह 7 बजकर 55 मिट तक रहेगा। पूजा की अवधि 1 घंटे 41 मिनट रहेगी। इस दौरान विधि-विधान से माता शैलपुत्री की पूजा की जानी चाहिए और वैदिक मंत्रों का उच्चारण अवश्य होना चाहिए। बता दें कि चैत्र नवरात्रि के दिन ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन ब्रह्म योग सुबह 7 बजकर 48 मिनट से 23 मार्च सुबह 4 बजकर 40 तक रहेगा।
चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की बेटी मानी जाती हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि साधक शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें और उसके बाद मां दुर्गा की उपासना करें। ऐसा करने के बाद माता शैलपुत्री की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा करें। पूजा के समय माता शैलपुत्री को गाय के घी का भोग लगाएं।
पहले नवरात्रे के दिन 108 हरी इलायची की माला जो की लाल धागे में बनी हो उसे किसी भी मंदिर में अपनी मनोइच्छा कहते हुए माता को पहना आये, यदि सामाजिक मंदिर में यह संभव न हो तो घर के ही मंदिर में माँ को पहना दे, नवमी के दिन इस माला को उतार कर इलायची घर के सभी सदस्यों को खिलाये नहीं तो चाय में, कॉफी में, खीर में डालकर सबको खिलाये. ऐसा करने से माँ प्रसन्न होती हैं.
मनोइच्छा ऐसी हो जो सबके कल्याण के लिए हो तभी मनुष्य का जीवन सफल माना जाता है. “अपने लिए जिए तो की जिए”………. परन्तु एक ओर यदि किसी को जीवन में समस्या है तो इन छोटे छोटे उपायों को करने से अवश्य ही आराम मिलता है.
नौ दिन के नौ उपाय:
हर दिन के लिए नौ मिटटी के दीपक ले लीजिये. पहले नवरात्रे में माता के सामने घी का दिया लाल मौली की बाती का बना हुआ जलाये उसमे दो बूँद शहद की डाल दे.
दूसरे नवरात्रे में माँ के सामने ऐसे ही घी का दीपक जलाये उसमे इत्र डाले.
ऐसे ही तीसरे नवररात्रे में दीपक में दो साबुत लौंग डाले.
चौथे नवरात्रे दो साबुत इलायची डाले,
पांचवे नवरात्रे में दो कपूर डाले..
छठे नवरात्रे में एक का सिक्का दीपक में रखे.
सातवे नवरात्रे में दो बताशे रखे.
आठवे नवरात्रे में दो सुपारी रखे.
नवमी के दिन दीपक में रोली या सिन्दूर डाले.
नवरात्रो में हर दिन ऐसा कीजिये देखिएगा जीवन में कितना बदलाव आने लगेगा.
उक्त जानकारी बहुत जगहों से एकत्र करके बताई गयी है, इतना अवश्य है कि छोटी छोटी चीजे करने से हमारा मन शुद्ध होने के साथ प्रसन्न भी रहता है, मन खुश तो खुशिया स्वयं साथ चलती हैं.
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