कांवड़ यात्रा की तैयारी पूरी, 10 जुलाई से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे वनवे, 13 जुलाई से हरिद्वार में यात्रा शुरू
हरिद्वार/देहरादून। आगामी कांवड़ यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सफल बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार और पुलिस प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। इस वर्ष यात्रा 13 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई, महाशिवरात्रि तक चलेगी। इस दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की संभावना है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे होगा वनवे
यात्रा को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से 10 जुलाई से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को वनवे किया जाएगा। यह व्यवस्था कांवड़ यात्रा समाप्ति तक लागू रहेगी, ताकि ट्रैफिक सुचारू रूप से चल सके।
खाद्य दुकानों पर नेम प्लेट और रेट लिस्ट अनिवार्य
कांवड़ मार्ग पर स्थित खाद्य व पेय पदार्थ विक्रेताओं और ठेला संचालकों को अपनी दुकानों पर नेम प्लेट और रेट लिस्ट प्रदर्शित करना अनिवार्य किया गया है। यह कदम यात्रियों को पारदर्शी सेवा देने और कालाबाज़ारी रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है।
ध्वनि नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था सख्त
इस बार यात्रा के दौरान अत्यधिक तेज़ ध्वनि वाले उपकरण (DJ आदि) के प्रयोग पर सख्ती रहेगी। “कानफोड़ू ध्वनि” वाले यंत्रों पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही, हर श्रद्धालु पर निगरानी रखने के लिए पुलिस टीमों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री खुद करेंगे निरीक्षण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं हरिद्वार पहुँचकर यात्रा की तैयारियों की ग्राउंड जीरो से समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर यात्रा के सुचारू संचालन की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
फूल वर्षा और सेवाभाव से स्वागत
उत्तराखंड सरकार इस बार कांवड़ यात्रियों के स्वागत को विशेष बना रही है। फूल वर्षा, स्वागत शिविर, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, पेयजल, मोबाइल टॉयलेट, और ठहराव की व्यवस्था हरिद्वार से लेकर प्रमुख मार्गों पर सुनिश्चित की जा रही है।
यातायात दबाव को लेकर विशेष रणनीति
कांवड़ मार्ग पर बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान तैयार किया है। प्रमुख स्थानों पर ड्रोन कैमरों, सीसीटीवी और यातायात जवानों की तैनाती की जाएगी।
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में आगामी कांवड़ मेले को सरल, सुखद व सुरक्षित संपन्न कराने हेतु इंटरस्टेट समन्वय समिति की बैठक सीसीआर सभागार हरिद्वार में संपन्न हुई। जिसमें उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान के उच्चाधिकारियों द्वारा ऑफलाइन व ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया गया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि कांवड़ मेला आस्था एवं श्रद्धा का बहुत बड़ा उत्सव है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा सकुशल एवं सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु जिला प्रशासन, पुलिस एवं अन्य सम्बन्धित विभाग चाक चौबंद व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने सभी राज्यों से रियल टाइम कॉर्डिनेशन व रियल टाइम डाटा साझा किए जाने की बात भी कही।
मुख्य सचिव ने कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं में आधुनिक तकनीक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ मेले को दृष्टिगत रखते हुए सभी तैयारियों को अंजाम दिया जाए ताकि मेले के अनुभव कुंभ में भी काम आएं।
उन्होंने कहा कि कांवड़ मेले में दौरान कानून व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था के लिए चाक चौबंद व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर भेल पार्किंग का भी उपयोग किए जाने के निर्देश भी जिला प्रशासन को दिए। यात्रा मार्ग पर स्थित ढाबों और होटलों में सुरक्षा मानकों का अनुपालन हो, साथ ही रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से चस्पा की जाए।
डीजीपी श्री दीपम सेठ ने कहा कि हर आयोजन नई चुनौतियां प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहा कि आस्था एवम् श्रद्धा के इस मेले को सुरक्षात्मक रूप से संपन्न कराने हेतु रियल टाइम सूचनाएं साझा की जाएं, किसी भी प्रकार की अफवाह का यूनिफाइड खंडन किया जाए। अपने कार्यों में दक्षता रखने वाले कर्मी ही एक–दूसरे स्टेट भेजे जाएं।
बैठक में सचिव गृह श्री शैलेश बगौली ने कहा कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, यातायात व्यवस्था सरल सुगम व सुरक्षित हो तथा श्रद्धालुओं की सहूलियतों को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित तथा एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कांवड़ यात्रा अवधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का प्रतिशत, ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सहित कांवड़ यात्रा हेतु की जा रही तैयारियों का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। उत्तर प्रदेश की ओर से डीआईजी अभिषेक ने यात्रा प्लान सहित चल रही तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में उत्तर प्रदेश से एडीजे भानु भास्कर, सचिव गृह मोहित गुप्ता, कमिश्नर मेरठ डिवीजन ऋषिकेश भास्कर यशोद, कमिश्नर बरेली सौम्य अग्रवाल, कमिश्नर सहारनपुर एके राय, डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह, आईजी आरपीएफ पंकज गंगवार, उत्तराखण्ड से आईजी निलेश आनंद भरणे, एनएस नपलच्याल, डीआईजी धीरेन्द्र गुंज्याल, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, मेलाधिकारी सोनिका, सहित पांचों राज्यों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
नोट: प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शांति और अनुशासन बनाए रखें, निर्धारित मार्गों का ही प्रयोग करें और किसी भी समस्या की स्थिति में निकटतम पुलिस या प्रशासनिक सहायता केंद्र से संपर्क करें।