हरीश रावत की दलित बोल कैच पकड़ने को बीजेपी तैयार Harish Rawat Dalit Cm Topic Rajeev Mahrishi देहरादून उत्तराखंड में गुटबाजी का हाल हम किसी से छुपा नहीं है 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के अंदर उत्तराखंड में इस कदर गुटबाजी है कि नेता एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते हरीश रावत कैंप प्रीतम प्रीतम सिंह से बिल्कुल जुदा-जुदा नजर आता है दोनों कैंप कभी भी एक दूसरे के सुर में सुर नहीं मिलाते
उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले हरीश रावत ने दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाए जाने की पैरवी का शिगूफा छेड़ा है उन्होंने राजनीतिक बैटिंग करते हुए दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाकर केंद्र भाजपा के पाले में सरका दी है दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाए जाने की पैरवी करने वाले हरीश रावत के सुर में कई ऐसे लोग भी शामिल हैं जो दलित नेता को पसंद करते हैं
मुख्यमंत्री बनाए जाने की पैरवी करने पर तमाम ऐसे लोग मौजूद हैं जो राज्य में दलित नेता के रूप में यशपाल और प्रदीप टम्टा को पसंद उनके हिसाब से करते हैं राजीव महर्षि प्रदेश मीडिया प्रभारी हरीश रावत की दलित नेता मुख्यमंत्री बनाए जाने की पैरवी में साथ खड़े नजर आते हैं वह कहते हैं कि अगर हरीश रावत ने कोई नाम लिया है तो वह मजबूती से लिया होगा
वह कांग्रेस में गुटबाजी की बातों को सिरे से नकार जाते हैं और कहते हैं कि 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी उत्तराखंड कांग्रेस में कई ऐसे सवाल है जो इसके इतर दिखाई देते हैं गुटबाजी का आलम यह है कि चौराहे पर कांग्रेस लड़ने भिड़ने को तैयार रहती है यह गुटबाजी का ही आलम है कि यह सब देखने को मिलता है लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस के नेता 2022 में सत्ता पर काबिज होने का जो राग अलाप रहे हैं वह भी किसी के गले नहीं उतर रहा