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गायत्री परिवार महामानव बनाने की टकसाल

गायत्री परिवार महामानव बनाने की टकसाल Gaytri Parivar Shantikunj Haridwar मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गायत्री परिवार महामानव बनाने की टकसाल है, जो व्यक्ति अपनी संस्कृति को भूल जाता है, वह खुद को भी भूल जाता है। उन्होंने कहा कि हम सब लोग मिलकर आने वाले समय में उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति का मूल आधार सबका साथ, सबका विकास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड 25 वर्ष का हो जाएगा। आने वाले समय में हमें इसके लिए कार्य करना है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा0 प्रणव पंडया ने कहा कि यह सौभाग्य का क्षण है कि हम शांतिकुंज की 50वीं सालगिरह मना रहे हैं। उन्हांने बताया कि वर्ष 1971 में शांतिकुंज की स्थापना हुई थी। श्री पंडया ने कहा कि हमने मनुष्य में देवत्व के उदय की परिकल्पना की है। यहां सब परिवार की तरह कार्य करते हैं।

उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी बाधाओं को दूर करते हुए हमने अपनी यात्रा प्रारम्भ रखी है। हम भारत देश को ऐसा देश बनाना चाहते हैं, कि सारा विश्व भारत को नमन करे। समारोह में प्रतिकुलपति डॉ0 चिन्मय पाण्डेय ने भी ‘‘मनुष्य में देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण’’ विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला।

इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री को गंगाजलि एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया। इससे पूर्व विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर अमित शाह, केन्द्रीय गृह मंत्री, सहकारिता मंत्री एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। केन्द्रीय गृह मंत्री, सहकारिता मंत्री ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय शान्तिकुंज पहुंचने पर सबसे पहले शौर्य दीवार स्थल पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन् किया।

इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र रावत, गायत्री परिवार के सदस्य, विश्वविद्यालय के छात्रों सहित सम्बन्धित पदाधिकारीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

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