Homeउत्तराखंडझूठ के पांव नही होते फर्जी लिस्ट से सियार वाली सियासत

झूठ के पांव नही होते फर्जी लिस्ट से सियार वाली सियासत

देहरादून उत्तराखंड में सियासत अब झूठ पर झूठ बोलकर खेली जानी शुरू हो गई है खिलाड़ी जो भी है लेकिन खेल भी बखूबी शुरू हो चुका है ऐसा पहली बार नहीं हो रहा इससे पहले भी सियासत के सूरमा कुछ ऐसे तथ्यों को सामाजिक रुप से परोस चुके हैं जिसकी बुनियाद झूठ पर लिखी गई थी कुछ ऐसा ही वर्तमान उत्तराखंड सियासत में देखने को मिल रहा है जी हां हम बात कर रहे हैं सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक सूची की जिसमें उत्तराखंड के आर एस एस और संघ से जुड़े लोगों को निशाना बनाकर राज्य के विभिन्न विभागों में भर्ती किए जाने की सूची को वायरल किया गया.

हालांकि इस सूची को जारी करने के कुछ घंटों के बाद ही राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर संघ के तमाम नेताओं ने शिकायत दर्ज करते हुए जांच की मांग की और उसके बाद पुलिस ने डीजीपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया लेकिन क्या वायरल की गई सूची में सच नहीं था तो उसको राजनीतिक लाभ लेने के लिए क्यों इस्तेमाल किया गया या फिर किसको राजनीतिक रूप से डैमेज करने के लिए इस खेल को पर्दे के पीछे से खेलने वाले खिलाड़ी कौन थे पुलिस महकमा से लेकर उत्तराखंड सच का इंतजार कर रहा है लेकिन हकीकत में क्या सच सामने आएगा या फिर झूठ के पाव नजर नहीं आएंगे.

उत्तराखंड में झूठ को परोसे जाने वाली एक मशीन की चर्चा तेजी से परवान है जो समय समय पर झूठ परोस कर ऐसे गायब हो जाती है जैसे झूठ गायब होता है सूत्र बताते है उत्तराखंड में राज्य सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करने के लिए कई हथकंडे को अंजाम देने का खेल अंजाम दिया जा चुका है इसमें राज्य में भर्ती घोटालों को एक नया रूप देने के लिए यूके SSS के खिलाफ माहौल खड़ा करने की पुरजोर कोशिश हुई है इसमें भाजपा के ही कुछ अंदरूनी लोगों की भी संलिप्तता शामिल होने के संकेत मिल रहे हैं.

ऐसा माना जा रहा है उत्तराखंड की सियासत में पुष्कर सिंह धामी के बढ़ते हुए कद को कम करने के लिए सियासत के कुछ खिलाड़ियों ने आपसी हाथ मिलाकर धामी सरकार को डैमेज करने का खेल बखूबी अंजाम दिया है हालांकि इन कड़ियों के तार सूत्रों के हवाले से जोड़ते हुए जरूर नजर आ रहे हैं क्योंकि एकतरफा तमाम खबरें और तमाम सोशलपोस्ट यह बताने के लिए काफी है कि इनको वायरल करने के पीछे वर्तमान में धामी सरकार को किसी ना किसी तरीके से बढ़ते हुए कद को रोका जाना देखा जा रहा है.

 

फिलहाल उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी की सरकार राज्य हित में ऐसे काम कर रही है जो उत्तराखंड में कभी नहीं किए गए समान नागरिक कानून को लेकर उत्तराखंड में धामी सरकार देश भर में इतिहास बनाए जाने की तरफ अग्रसर है.पिछले महीनों में धामी सरकार के फैसले जनहित के रहे है नई भर्ती को लेकर राज्य का युवा धामी सरकार से उम्मीद में अपना भविष्य देख रहा है.

भाजपा ने UKSSSC प्रकरण को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कॉंग्रेस के तमाम नेताओं की अनर्गल बयानबाजी व सोशल मीडिया में फर्जी सूचियाँ से दुष्प्रचार को युवाओं का मनोबल तोड़ने की साजिश करार दिया है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि कॉंग्रेस के पास इस पेपर लीक मसले में कुछ बड़े नामों की संलिप्तता की जानकारी हैं तो वह तुरंत जांच ऐजेंसियों से इसे साझा करे अन्यथा मीडिया के सामने बड़े बड़े नाम शामिल होने का झूठा दावा कर जनता को दिग्भ्रमित न करें.

 

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