Thursday, June 12, 2025
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उत्तराखंड को डिजिटल टैलेंट और एआई कौशल हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम, मुख्यमंत्री धामी की उपस्थिति में हुए तीन ऐतिहासिक समझौते

उत्तराखंड को डिजिटल टैलेंट और एआई कौशल हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम, मुख्यमंत्री धामी की उपस्थिति में हुए तीन ऐतिहासिक समझौते

देहरादून, 4 जून 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में बुधवार को सचिवालय में उत्तराखंड के सामाजिक और तकनीकी विकास से जुड़े तीन महत्वपूर्ण समझौते किए गए। इन समझौतों का उद्देश्य राज्य को डिजिटल टैलेंट का केंद्र, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित शिक्षा प्रणाली और समग्र सामाजिक विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है।

सामाजिक विकास के लिए उत्तराखंड सरकार और टाटा ट्रस्ट में समझौता

उत्तराखंड सरकार और टाटा ट्रस्ट के बीच 10 वर्षों के लिए हुए समझौते के तहत राज्य में जल प्रबंधन, पोषण, टेलीमेडिसिन, ग्रामीण आजीविका और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में संयुक्त कार्य किया जाएगा।

तकनीकी कौशल विकास हेतु नैस्कॉम और उच्च शिक्षा विभाग में त्रिपक्षीय समझौता

सेतु आयोग, उच्च शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग और नैस्कॉम/आईटी-आईटीईएस सेक्टर स्किल काउंसिल के बीच हुए समझौते के तहत उत्तराखंड को तकनीकी स्किल हब के रूप में विकसित किया जाएगा।

  • सभी शासकीय व निजी महाविद्यालयों में AI, Data Science, Cyber Security, Python जैसे पाठ्यक्रमों को शैक्षणिक क्रेडिट के साथ लागू किया जाएगा।
  • प्रत्येक ज़िले में एक मॉडल कॉलेज को मेंटर संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा।
  • योजना से 1.5 लाख छात्र लाभान्वित होंगे।

AI-आधारित व्यक्तित्व विकास के लिए वाधवानी फाउंडेशन से समझौता

सेतु आयोग, उच्च शिक्षा विभाग और वाधवानी फाउंडेशन के बीच हुए तीन वर्षीय समझौते के तहत

  • 1.20 लाख छात्रों को AI-आधारित व्यक्तित्व विकास और स्वरोजगार केंद्रित कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
  • कोर्सेस को अगले शैक्षणिक सत्र से शैक्षणिक क्रेडिट के साथ लागू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री का संबोधन:

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने तीनों समझौतों को “राज्य के युवाओं, छात्रों और समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के जीवन को बदलने वाला कदम” बताया। उन्होंने कहा:

“उत्तराखंड को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। ये समझौते हमें 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे और आधुनिक भारत के निर्माण में उत्तराखंड को अग्रिम पंक्ति में खड़ा करेंगे।”

उन्होंने टाटा ट्रस्ट, नैस्कॉम और वाधवानी फाउंडेशन को सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए, इन समझौतों को AI, साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल इंडिया मिशन के अनुरूप बताया।

कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति: कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राज शेखर जोशी, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, टाटा ट्रस्ट के सीईओ सिद्धार्थ शर्मा, नैस्कॉम की सीईओ अभिलाषा गौड़, वाधवानी फाउंडेशन के ईवीपी सुनील दहिया, उच्च शिक्षा सचिव रंजीत सिन्हा, सचिव राधिका झा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

यह पहल उत्तराखंड को सामाजिक समावेशन, तकनीकी दक्षता और AI आधारित शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय नेतृत्व दिलाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

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